ध्रुव कुमार सिंह, पटना/मुज़फ्फरपुर, बिहार,
शिक्षा विभाग, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के समस्या का निदान करने के प्रति संवेदनहीन, 11 सितम्बर से होगा चरणबद्ध आंदोलन- राघवेन्द्र कुमार सिंह, प्रदेश महासचिव
बिहार राज्य विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महासचिव राघवेन्द्र कुमार सिंह ने कहा है कि राज्य सरकार के आश्वासन पर महासंघ द्वारा पूर्व में घोषित राजभवन घेराव एवं आंदोलन को वापस ले लिया था, स्वयं मंत्री शिक्षा विभाग द्वारा आश्वासन दिया गया था. लेकिन कई माह बीतने और अनेकों पत्र देने के बावजूद भी सरकार द्वारा ना समस्याओं का समाधान किया गया और ना ही महासंघ के पत्र पर वार्ता हेतु ही बुलाया गया और कर्मियों के वाजिब हक को दरकिनार कर अवैध रूप से कटौती की जा रही है. इससे क्षुब्द्ध होकर राज्य के सभी विश्ववि्यालयों के शिक्षकेत्तर कर्मचारियों नें बिहार राज्य विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के नेतृत्व में 11 सितम्बर से चरणबद्ध आंदोलन का निर्णय लिया है. महासंघ के प्रदेश महासचिव श्री सिंह ने बताया कि महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष शंकर यादव द्वारा शिक्षा विभाग द्वारा गठित वेतन सत्यापन कोषांग को कई बार पत्र और दस्तावेज हस्तगत कराया गया साथ ही शिक्षा विभाग को भी उत्पन्न गतिरोध समाप्त करने समस्या के निराकरण करने तथा मामले में हस्तक्षेप करने हेतु बारं-बार पत्र सभी साक्ष्य सहित दस्तावेज लगाकर प्रस्तुत किया गया है और अंत में वार्ता हेतु समय देने हेतु भी आवेदन दिया गया है, फिर भी वार्ता हेतु समय नहीं दिया गया है और ना ही समस्या से रूबरू होकर निराकरण ही किया गया है । वर्तमान समय में वेतन सत्यापन कोषांग द्वारा कर्मचारी महासंघ और शिक्षा विभाग बिहार सरकार पटना के बीच हुई समझौते, शिक्षा विभाग बिहार सरकार के द्वारा निर्गत पत्र पत्रांक 123/87, 25 फरवरी 1987 एवं पत्रांक 550/c, 4 अगस्त 2010, वित्त विभाग के विभिन्न पत्रों एवं उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली के वाद संख्या 516/2013 में पारित न्यायादेश, सहित राज्यपाल सह कुलाधिपति द्वारा निर्गत अधिसूचना 429 को भी नहीं माना जा रहा है. पूर्व में बिहार राज्य विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ पटना के द्वारा पत्रांक- एम.एस.पी.अ-31/23, 01-08-2023 एवं एम.एस.पी.अ-32/23, 11-08-2023 के द्वारा भी कर्मचारियों की समस्या के निदान हेतु अनुरोध किया गया और समय की भी मांग की गई थी लेकिन आपके द्वारा आजतक समय नहीं दिया गया। श्री सिंह ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा की शिक्षा विभाग, बिहार सरकार, पटना कर्मचारियों के समस्या निदान करने में अ-संवेदनशील प्रतीत हो रही है, जिससे कर्मचारियों में क्षोभ, असंतोष एवं आक्रोश उत्पन्न हो गई है। बिहार राज्य विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के प्रदेश प्रवक्ता गौरव ने बताया की 28 अगस्त को शिक्षा विभाग,बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव को पुनः पत्र के माध्यम से अनुरोध किया गया है कि पत्र प्राप्ति के एक सप्ताह के अंदर कर्मचारियों के समस्या के निदान हेतु महासंघ को समय देने की कृपा प्रदान की जाए ताकि कर्मचारियों में संतोष की भावना कायम हो सके. बिहार राज्य विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ प्रदेश संगठन मंत्री रंजन कुमार ने कहा की अगर अपर मुख्य सचिव द्वारा हमारी मांगों को लेकर अविलम्ब सकारात्मक निर्णय नहीं लिया जाता है, तो बाध्य होकर कर्मचारियों की सम्पन्न आम सभा के निर्णय के आलोक में चरणबद्ध आंदोलन की रुख अपनाना होगा जिसकी सारी जवाबदेही राज्य सरकार के शिक्षा विभाग की होगी.