![हॉकी के स्वर्णिम युग के साक्षी मेजर ध्यानचंद का नाम इतिहास के पन्नों में सदा के लिए दर्ज -डॉ.ओमप्रकाश राय हॉकी के स्वर्णिम युग के साक्षी मेजर ध्यानचंद का नाम इतिहास के पन्नों में सदा के लिए दर्ज -डॉ.ओमप्रकाश राय](https://i7news.in/wp-content/uploads/2023/08/जयंती-768x381.jpg)
ध्रुव कुमार सिंह, मुज़फ्फरपुर, बिहार,
लंगट सिंह महाविद्यालय में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती समारोह पूर्वक मनायी गयी. मौके पर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए प्राचार्य प्रो. ओमप्रकाश राय ने कहा की भारत में हॉकी के स्वर्णिम युग के साक्षी मेजर ध्यानचंद का नाम भी ऐसे ही लोगों में शुमार है .जिन्होंने अपने क्षेत्र में इतनी महारत हासिल की कि उनका नाम इतिहास के पन्नों में सदा के लिए दर्ज हो गया. उन्होंने अपने खेल से भारत को ओलंपिक खेलों की हॉकी स्पर्धा में स्वर्णिम सफलता दिलाने के साथ ही परंपरागत एशियाई हॉकी का दबदबा कायम किया. प्रो.राय ने कहा कि मेजर ध्यानचंद जितने बड़े खिलाड़ी थे उतने ही बड़े देशभक्त भी थे जिन्होंने हिटलर के जर्मनी के तरफ से खेलने और कर्नल पद के आफर को ठुकरा दिया था. देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार भी मेजर ध्यानचंद के नाम पर ही है. राष्ट्रीय खेल दिवस का महत्व इस बात में है कि यह हमें खेलों के महत्व के बारे में बताता है, साथ ही खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी अवसर देता है. खेल हमें स्वस्थ और फिट रहने में मदद करते हैं और हमें टीम वर्क, अनुशासन, मानसिक और भावनात्मक मजबूती भी सिखाते हैं. मौके पर विभिन्न खेलो में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों, तथा कॉलेज से संबंधित खेल प्रशिक्षको को सम्मानित भी किया गया. खेल दिवस समारोह में प्रो.जफर सुलतान, डॉ. राजेश्वर कुमार, डॉ.नवीन कुमार, डॉ.ललित किशोर, डॉ.इम्तियाज, राजदेव सिंह, प्रशिक्षक अंशु वर्मा, सचिन, विशाल, गुड्डू, मोहित सहित बड़ी संख्या में खिलाड़ी मौजूद रहे.