ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार,
महंत दर्शन दास महिला महाविद्यालय में “स्केच नोटिंग के माध्यम से सीखने को दृश्यमान बनाना” विषय पर कार्यशाला आयोजित
महंत दर्शन दास महिला महाविद्यालय में “स्केच नोटिंग के माध्यम से सीखने को दृश्यमान बनाना” विषय पर कार्यशाला (Making Learning Visible through Sketch noting) विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो.(डॉ.) कनुप्रिया ने कहा कि महाविद्यालय का गौरवशाली शैक्षणिक इतिहास रहा है. समय-समय पर आयोजित इस तरह के कार्यक्रम छात्राओं को निपुणता के लिए प्रेरित करता है। पटना महिला प्रशिक्षण महाविद्यालय के ललित कला विषय के सहायक प्राध्यापक सह कार्यशाला के मुख्य अतिथि प्रो.राजू कुमार ने पीपीटी के माध्यम से स्केच नोटिंग के बारे में बताया एवं सिखाया। कार्यशाला के संयोजक विभागाध्यक्ष डॉ.मौसमी चौधरी ने कहा कि स्केचनोटिंग आने वाले समय में शिक्षकों एवं छात्राओं के समन्वय के लिए जरूरी है। ललित कला की सहायक प्राध्यापिका प्रो.ममता कुमारी ने स्केच नोटिंग पर विशेष प्रकाश डालते हुए स्केच नोटिंग सिखाया भी। मंच का संचालन महाविद्यालय शिक्षा शास्त्र विभाग के संगीत के प्राध्यापक डॉ.श्रीनिवास सुधांशु ने किया। धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राध्यापक डॉ.सुमंत कुमार शुक्ला ने किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में सरस्वती वंदना की प्रस्तुति छात्राएं क्रमशः रूपाली, नेहा, रिया, एवं स्मिता ने की। कार्यशाला में महाविद्यालय की बर्शर डॉ.अलका जायसवाल, डॉ.संजीव कुमार, डॉ.हरिशंकर कुमार, डॉ.रवि कुमार, डॉ.पवन कुमार, डॉ.मनोज कुमार, डॉ.रंजीत कुमार सिंह, डॉ.स्मिता गौतम, प्रो.ज्योति प्रो.गुंजन कुमार प्रो.रवि शेखर ठाकुर, प्रो.साधना कुमारी एवं शिक्षा शास्त्र विभाग की प्रथम एवं द्वितीय वर्ष की छात्राध्यापिकाएं उपस्थित थी। कार्यशाला के समापन के बाद छात्राध्यापिकाओं को प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।