Home Pradesh Bihar सरकार के तुगलकी फरमान का किया गया विरोध

सरकार के तुगलकी फरमान का किया गया विरोध

0
सरकार के तुगलकी फरमान का किया गया विरोध

ध्रुव कुमार सिंह, मुज़फ्फरपुर, बिहार, 

बी.आर.ए बिहार विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ द्वारा लगातार तीसरे दिन कार्य बहिष्कार करते हुए प्रदर्शन और नारेबाजी कर राज्य सरकार के तुगलकी फरमान का किया गया विरोध

बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ द्वारा महासंघ के घोषित कार्यक्रम के अनुसार तीसरे दिन कार्यालय में उपस्थिति दर्ज कर कार्य बहिष्कार किया गया. इस दौरान कर्मियों ने विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रामकुमार और सचिव गौरव के नेतृत्व में प्रदर्शन करते हुए जमकर  नारेबाजी करते हुए  राज्य सरकार के तुगलकी  फरमान का विरोध किया फिर गोलबंद हो सभी कर्मियों ने महासंघ के मांग पत्र एवं कर्मियों के समस्या पर विचार व्यक्त किया. मौके पर प्रदेश महासचिव राघवेन्द्र सिंह ने सरकार और पीवीसी के मनमानी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार के तुगलकी  फरमान का व्यापक विरोध करते हुए कहा कि आज तीसरा दिवस है फिर भी गूंगी-बहरी  सरकार चुप है. इसलिए राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के अध्यक्ष, सचिव एवं महासंघ के पदाधिकारियों की आपात बैठक 14 सितंबर को विश्वविद्यालय अतिथि गृह में आहूत किया गया है ताकि आगे की रणनीति तैयार की जाए और आंदोलन को सार्थकता प्रदान किया जाए. इस अवसर पर उपाध्यक्ष अजय कुमार ने कहा जो भी इस बार आर पार की लड़ाई होगी तय है तो जय होगी. महासंघ के वरीय नेता संजीव कुमार सिंह ने कहा कि 100 प्रतिशत एरियर का भुगतान लेंगे और पीवीसी के अनावश्यक गतिविधि का विरोध हर हालत में किया जाएगा. पेंशनर समाज के नेता फतेह बहादुर सिंह ने इस अवसर पर आंदोलनरत कर्मियों को आश्वासन दिया कि कर्मियों के मांगो के साथ हर परिस्थिति में पेंशनर समाज खड़ा है और आंदोलन में कदम से कदम मिलाकर चलेगा. धन्यवाद ज्ञापन खुर्शीद आलम और संचालन कोषाध्यक्ष विकास मिश्रा द्वारा किया गया. इस अवसर पर धीरेन्द्र कुमार ‘मधु’, महासंघ के संगठन मंत्री रंजन कुमार, दीपेंद्र भरद्वाज, संयुक्त सचिव विजय प्रताप, सहायक सचिव सुरेश राय, प्रभात कुमार, कुंदन कुमार, इंद्रसेन, मुकेश, हिमांशु कुमार, सीताराम, नवीन, दिवाकर, किशुन महतो, सुधीर कुमार, चन्दन कुमार, अभिषेक आनंद, अजय कुमार यादव, नवल किशोर चौधरी, सुरेश चौपाल, कुमार सुनील प्रधान सहित बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के कर्मचारीगण उपस्थित थें.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here