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समाज के समग्र विकास के लिए एक नयी राजनीतिक व्यवस्था

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समाज के समग्र विकास के लिए एक नयी राजनीतिक व्यवस्था

ध्रुव कुमार सिंह, मुज़फ्फरपुर, बिहार, 

सही लोगों को साथ जोड़करसही सोच के साथसमाज के समग्र विकास के लिए एक नयी राजनीतिक व्यवस्था बनाने का सामूहिक प्रयास– प्रशांत किशोर

विगत 11 महीने से चल रही राजनीतिक रणनीतिकार और राजनीतिज्ञ प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा के मुजफ्फरपुर शहर में प्रवेश करने पर भव्य स्वागत किया गया। पदयात्रा शहर में पदयात्रा जीरो माइल चौक से शुरू होकर अखाड़ा घाट, सिकंदरपुर, कृष्णा टाकीज, सरैयागंज टावर चौक, नवयुवक समिति, जवाहरलाल रोड, कल्याणी, हरिसभा चौक होते हुए रामदयालु सिंह महाविद्यालय परिसर में जाकर एक जनसभा में परिवर्तित हुई। प्रशांत किशोर को लेकर शहर के आम जनों में उत्साह का माहौल देखा गया. इस दौरान बड़ी संख्या में शहरवासियों नें  सड़कों के दोनों किनारे पर मौजूद होकर प्रशांत किशोर और उनके साथ चल रहे पदयात्रियों का स्वागत किया, शहरवासियों ने स्वागत में जगह-जगह फूलों की वर्षा की तो कई जगहों पर पदयात्रियों को पानी पिलाया, बालू घाट के निकट लोगों ने प्रशांत किशोर को तीन क्विंटल की माला क्रेन की मदद से पहनाया. जबकि कल्याणी चौक के समीप प्रशांत किशोर को नारियल से तौला गया। समर्थकों  द्वारा पदयात्रा के मार्ग को पीले झंडे और प्रशांत किशोर के स्वागत में बने बैनर पोस्टर से पाट दिया गया था और इस दौरान देशभक्ति गीतों पर झूमते युवाओं की टोली लोगों में जोश भर रही थी। मुजफ्फरपुर शहर में अपनी पदयात्रा के क्रम में प्रशांत किशोर ने कहा कि सही लोगों को साथ जोड़कर, सही सोच के साथ, समाज के समग्र विकास के लिए एक नयी राजनीतिक व्यवस्था बनाने का सामूहिक प्रयास के लिए विगत 11 महीनों से बिहार की सड़कों पर मेरी पदयात्रा जारी है. श्री किशोर ने कहा की हम आपसे वोट मांगने नहीं आए हैं, आपकी दुर्दशा का कारण बताने आए हैं। मैं कोई मीठी बातें नहीं करता हूं। आपके बच्चों के शरीर पर कपड़ा नहीं है, आपके बच्चों के पैरों में चप्पल नहीं है, लेकिन आपको अपने बच्चों की चिंता नहीं है। उन्होंने कहा की आपके बच्चों के पैरों में चप्पल नहीं है ये आपको नहीं दिख रहा है, आपको पुलवामा दिख रहा है। वोट पुलवामा को देखकर दे रहे हैं। अगर बिहार के सारे बच्चे अनपढ़ हो जाएंगे, बच्चे बेरोजगार हो जाएंगे, तो इससे देश मजबूत नहीं बल्कि और कमजोर होगा। जो आदमी अपने बच्चों की चिंता नहीं कर सकता, वो देश भी चिंता भला क्या करेगा। इसलिए हाथ जोड़कर आपको वोट की ताकत बताने के लिए आए हैं। जाति, धर्म को छोड़ वोट अपने बच्चों के भविष्य को देखकर दीजिए। गौरतलब है कि प्रशांत किशोर एक भारतीय राजनीतिक रणनीतिकार और राजनीतिज्ञ हैं। आरम्भ में सार्वजनिक स्वास्थ्य में प्रशिक्षित श्री किशोर ने भारतीय राजनीति में प्रवेश करने से पहले आठ वर्षों तक संयुक्त राष्ट्र के लिए काम किया है। श्री किशोर ने पूर्व में भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए चुनावी रणनीतिकार के रूप में काम किया है। उनका पहला प्रमुख राजनीतिक अभियान 2011 में नरेंद्र मोदी की मदद करने के लिए था, तब गुजरात के मुख्यमंत्री 2012 के गुजरात विधानसभा चुनावों में तीसरी बार मुख्यमंत्री के लिए फिर से निर्वाचित हुए थें। 2013 में श्री किशोर ने भारत के मई 2014 के आम चुनाव की तैयारी के लिए एक मीडिया और प्रचार कंपनी, सिटीजन्स फॉर अकाउंटेबल गवर्नेंस (CAG) का निर्माण किया और 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पूर्ण बहुमत से जीतने में सहायता की थी. इस तरह प्रशांत किशोर किशोर भाजपा के चुनाव-पूर्व अभियान में प्रमुख रणनीतिकारों में से एक बन गए थें। श्री किशोर 2014 की चुनावों से पहले महीनों तक मोदी की टीम की ड्राइविंग की रणनीति में सबसे महत्वपूर्ण लोगों में से एक थे। इसके  बाद वह 16 सितम्बर 2018 को जनता दल (यूनाइटेड) के राजनीतिक दल में शामिल हो गए। 2016 में कांग्रेस द्वारा पंजाब के अमरिन्दर सिंह के अभियान में मदद करने के लिए किशोर को पंजाब विधानसभा चुनाव 2017 के लिए नियुक्त किया गया था.पंजाब में जीत का श्रेय किशोर और उनकी टीम को दिया गया था। प्रशांत किशोर को मई 2017 में वाईएस जगनमोहन रेड्डी के राजनीतिक सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था। उक्त चुनाव में वाईएसआरसीपी ने 175 सीटों में से 151 सीटों के बड़े बहुमत के साथ जीत दर्ज की थी।

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