ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार,
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय, यूजीसी-एचआरडीसी के निदेशक ने रामदयालु सिंह महाविद्यालय का किया औचक निरीक्षण
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय, यूजीसी-एचआरडीसी के निदेशक प्रो.राजीव झा ने छात्रों की उपस्थिति का जायजा लेने के लिए रामदयालु सिंह महाविद्यालय का औचक निरीक्षण किया। छात्रों की अच्छी उपस्थिति देखकर उन्होंने संतोष प्रकट किया। छात्रों से संवाद करते हुए उन्होंने कई प्रश्न पूछे। छात्रों ने बताया कि शिक्षकों के अध्यापन कार्य से काफी संतुष्ट हैं। छात्रों ने बताया कि महाविद्यालय में नामांकन लेकर दिल्ली और कोटा कंपटीशन की तैयारी के लिए चले गए थे। महाविद्यालय में 75% उपस्थित को लेकर दिल्ली और कोटा जैसे संस्थानों से नाम कटवा कर अब महाविद्यालय में पढ़ाई कर रहे हैं। एचआरडीसी के निदेशक प्रो.झा ने शिक्षकों को सलाह दिया कि छात्रों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान दें। छात्रों का सामान्य ज्ञान भी अच्छा हो इस दिशा में शिक्षक प्रयास करें। उन्होंने अन्य विभागों के कक्षाओं का निरीक्षण किया, जहां छात्रों की अच्छी उपस्थिति मिली। सभी संकायों के छात्रों ने महाविद्यालय में अच्छी पढ़ाई का जिक्र किया। इसके बाद उन्होंने लाइब्रेरी, लैब, स्मार्ट क्लास, बगीचा, सेमिनार हॉल, लैंग्वेज लैब, कंप्यूटर लैब, इनडोर स्टेडियम, कार्यालय में कैश बुक, कर्मचारियों की उपस्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यालय को मूविंग रजिस्टर की व्यवस्था लागू करने को कहा। यदि कोई शिक्षक महाविद्यालय अवधि में किसी अति आवश्यक कार्य से बाहर जाते हैं तो उन्हें अपने कार्य के बारे में रजिस्टर में अंकित करना होगा। प्राचार्य ने तुरंत मूविंग रजिस्टर की व्यवस्था लागू करा दी। प्रो.झा ने छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए सेमिनार, डिबेट, वर्कशॉप आदि कार्यक्रम पर बल देने को कहा। एनएसएस द्वारा चलाए जा रहे हैं कार्यक्रमों के बारे में जानकारी हासिल करते हुए उन्होंने कहा कि कहा कि महाविद्यालय की एनएसएस इकाई अव्वल है और काफी बेहतर कर रहा है। एनएसएस कार्यक्रम और महाविद्यालय में अब तक हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों के फोटोग्राफ्स और डॉक्यूमेंटेशन को देखकर उन्होंने हर्ष व्यक्त किया। महाविद्यालय में कार्यरत अतिथि शिक्षकों के संबंध में भी जानकारी ली। उनके अध्यापन कार्य एवं छात्रों द्वारा फीडबैक से उन्होंने संतोष प्रकट किया। निरीक्षण के दौरान प्राचार्या डॉ.अमिता शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय में छात्रों की उपस्थिति काफी बढ़ी है। सभी सीनियर प्रोफेसर, बीपीएससी एवं आयोग से आए शिक्षक एवं अतिथि प्राध्यापक पूरे मनोयोग से अध्यापन कार्य कर रहे हैं। अच्छी पढ़ाई के कारण छात्रों का रुझान काफी बढ़ा है। लगातार अनुपस्थित रहने वाले छात्र-छात्राओं की सूची बनाई जा रही है। एक महीने में जिन छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बिल्कुल नगण्य होगी, उनका नामांकन रद्द कर दिया जाएगा। निरीक्षण के दौरान डॉ. राजीव कुमार,डॉ.संजय कुमार सुमन, डॉ.एम.एन रिजवी, डॉ.पयोली, डॉ.सौरभ, डॉ.आनंद प्रकाश दुबे,डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ.ललित किशोर, डॉ.मनोज कुमार सिंह, पंकज भूषण आदि उपस्थित थें।