![गुणवत्ता और प्रक्रिया नियंत्रण के लिए प्रलेखन गुणवत्ता और प्रक्रिया नियंत्रण के लिए प्रलेखन](https://i7news.in/wp-content/uploads/2023/07/आम-बैठक-768x357.jpg)
गुणवत्ता और प्रक्रिया नियंत्रण के लिए प्रलेखन (डॉक्यूमेंटेशन) दस्तावेज़ीकरण आवश्यक
ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार,
बिहार के प्रांतीय कार्यालय लोक शिक्षा समिति, मुजफ्फरपुर में विद्या भारती एवं शिशु विद्या मंदिर ‘प्लस टू’ स्कूल के प्राचार्यों, प्रांतीय समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यों की आम बैठक हुई, बैठक में अखिल भारतीय अभिलेखागार प्रमुख प्रदीप कुमार ने प्रलेखन (डॉक्यूमेंटेशन) की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉक्यूमेंटेशन ज्ञान साझा करने को प्रोत्साहित करता है। यह संस्थान को समझने में सशक्त बनाता है कि प्रक्रिया कैसे काम करती है और तैयार परियोजनाएं आमतौर पर कैसी दिखती है। दस्तावेज़ीकरण (प्रलेखन) कागजात या ऑनलाइन या डिजिटल या एनालॉग मीडिया पर दिए गए दस्तावेजों का एक सेट है, जैसे ऑडियो टेप या सीडी। उपयोगकर्ता मार्गदर्शक, श्वेत पत्र, ऑनलाइन मदद, त्वरित-संदर्भ मार्गदर्शक, आदि। कागज या हार्ड-कॉपी प्रलेखन का चलन कम हो गया है। प्रलेखन अक्सर वेबसाइटों, सॉफ्टवेयर उत्पादों और अन्य ऑनलाइन अनुप्रयोगों के माध्यम से वितरित किया जाता है। बैठक में प्रदेश सचिव मुकेश नंदन, रामलाल सिंह, डॉ.सत्यनारायण गुप्ता, डॉ.सुबोध कुमार, डॉ.ललित किशोर, अजय गुप्ता, ललित कुमार राय, राजेश कुमार वर्मा, धरनी कांत पांडे आदि उपस्थित थे।