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एनएसएस युवाओं के व्यक्तित्व विकास का बेहतर माध्यम

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एनएसएस युवाओं के व्यक्तित्व विकास का बेहतर माध्यम

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार

एनएसएस युवाओं के व्यक्तित्व विकास का बेहतर माध्यम, सामाजिक दायित्व के निर्वहन एवं सर्वांगीण विकास के लिए अवसर प्रदान करता है –प्रो.(डॉ.)रिपुसूदन श्रीवास्तव, पूर्व कुलपति  

रामदयालु सिंह महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के विशेष शिविर के उद्घाटन सत्र में बीएन मंडल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ.रिपुसूदन श्रीवास्तव ने कहा कि एनएसएस युवाओं के व्यक्तित्व विकास का बेहतर माध्यम है। यह युवाओं के अंदर सामाजिक दायित्व के निर्वहन एवं सर्वांगीण विकास के लिए अवसर प्रदान करता है। 1969 में स्वैच्छिक सामुदायिक सेवा के माध्यम से छात्रों के व्यक्तित्व और चरित्र को विकसित करने के प्राथमिक उद्देश्य के साथ इसे शुरू किया गया था। एनएसएस का वैचारिक रुझान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों से प्रेरित है। गांधी के अनुसार एनएसएस युवाओं को एक जिम्मेदार मनुष्य बनाता है। उनके लिए मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म व सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्य है। उन्होंने बताया कि बिहार विश्वविद्यालय में एनएसएस की शुरुआत के केंद्र में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। एनएसएस के पहले कार्यक्रम के तहत मुजफ्फरपुर स्टेशन का सफाई अभियान चलाया गया था, जिसमें शिक्षकों एवं छात्रों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाया था। इस अवसर पर विश्वविद्यालय छात्र कल्याण पदाधिकारी डॉ.अभय कुमार एवं एनएसएस विश्वविद्यालय समन्वयक एवं प्राचार्य डॉ.वीरेंद्र चौधरी ने  एनएसएस के छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया और कहा कि समाज के विकास में उनका अहम योगदान है। अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में महाविद्यालय की प्राचार्या  डॉ.अमिता शर्मा ने कहा कि आरडीएस कॉलेज एनएसएस इकाई ने विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए विश्वविद्यालय और समाज में काफी बेहतर पहचान बनाया है। एनएसएस के छात्र छात्राएं राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर कॉलेज का नाम रौशन किया है। विशेष शिविर के आयोजन के अवसर पर आगत अतिथियों  के प्रेरक वक्तव्य ने छात्रों एवं शिक्षकों के मनोबल को ऊंचा उठाया है। इनकी प्रेरणा ने छात्र छात्राओं के मनोबल को बढ़ाया है। महाविद्यालय परिवार अपने सम्मानित अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करता है। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में सुबह 8 से 10 बजे तक गोद लिए गांव माधोपुर में एनएसएस स्वयंसेवकों ने महिलाओं के बीच शिक्षा के महत्व को बताया। इस अवसर पर मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. रजनीश कुमार गुप्ता, परीक्षा नियंत्रक डॉ.राजीव कुमार, एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ.पयोली, मीडिया प्रभारी डॉ.ललित किशोर, मनोविज्ञान विभाग के डॉ.सौरभ राज, डॉ.तूलिका सिंह, डॉ.सरोज पाठक, प्रो. कृतिका वर्मा, डॉ.मीनू कुमारी, डॉ.गणेश कुमार शर्मा, डॉ.ऋतुराज वर्मा एवं एनएसएस में विशेष उपलब्धि के लिए मो.शाहिद, शिक्षा कुमारी, राजा कुमार, चंदन कुमार, शिल्पी कुमारी सम्मानित किए गए। कार्यक्रम के दौरान समूह नृत्य प्रस्तुत किए गए जिसमें रत्ना कुमारी, सर्वेक्षणी, सृष्टि, अंजलि, निकिता, आरती, गुंजा, कृष्णा, सुल्तान अमरेश तथा आलोक ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन एनएसएस कार्यक्रम संयोजिका डॉ.पयोली एवं अतिथियों का स्वागत डॉ.रजनीश कुमार गुप्ता एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ.तूलिका ने किया।

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