बी.आर अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय मुख्यालय सहित विभिन्न अंगीभूत और सम्बद्ध महाविद्यालयों में शिक्षकों और कर्मियों द्वारा काली पट्टी लगाकर विरोध सभा आयोजित
ध्रुव कुमार सिंह, मुज़फ्फरपुर, बिहार,
राज्य स्तरीय विश्वविद्यालय व महाविद्यालय शिक्षक महासंघ, डिग्री व इन्टर सम्बद्ध महाविद्यालय शिक्षक महासंघ एवं विश्वविद्यालय व महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ एवं पेंशनर समाज की समन्वय समिति, बिहार राज्य वितरहित माध्यमिक, इंटर एवं डिग्री संघर्ष मोर्चा के संयुक्त आह्वान पर बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय मुख्यालय सहित विश्वविद्यालय विभिन्न अंगीभूत और सम्बद्ध महाविद्यालयों में आयोजित काला दिवस के तहत शिक्षकों और कर्मियों ने शिक्षा विभाग, बिहार सरकार के पदाधिकारियों द्वारा शिक्षकों, शिक्षकेतर कर्मियों एवं पेंशनर्स की अभिव्यक्ति की आजादी एवं संघ-संगठन के गठन-संचालन सम्बन्धी लोकतांत्रिक अधिकारों के अतिक्रमण एवं दमन के विरुद्ध राज्य स्तरीय विश्वविद्यालय व महाविद्यालय शिक्षक महासंघ, डिग्री व इन्टर सम्बद्ध महाविद्यालय शिक्षक महासंघ एवं विश्वविद्यालय व महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ एवं पेंशनर समाज की समन्वय समिति के आन्दोलनात्मक कार्यक्रम सम्बन्धी सर्कुलर एवं बीआरए बिहार विश्वविद्यालय स्तरीय शिक्षक, कर्मचारी एवं पेंशनर समाज की समन्वय समिति के निर्णय के आलोक में घोषित आन्दोलन के प्रथम चरण में वित्त रहित अनुदानित शिक्षा नीति की समाप्ति, वेतनमान का निर्धारण एवं एकमुश्त 8 वर्षों का बकाया अनुदान राशि का भुगतान सहित नियमित वेतन को लेकर हाथ में काला पट्टी बांधकर वित्तरहित शिक्षा नीति के खिलाफ विरोध जताया एवं राज्य सरकार से शीघ्र वेतनमान प्रदान करने एवं वित्त रहित महाविद्यालयों, विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के अंगीभुतिकरण की मांग के साथ विरोध सभा आयोजित की। बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी संघ के प्रदेश महासचिव राघवेंद्र कुमार सिंह, संजीव कुमार सिंह, विश्वविद्यालय संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक डॉ.सतीश कुमार राय, सह-संयोजक प्रो.जयकांत सिंह, इंद्र कुमार दास, प्रो.सुनील कुमार सिंह, प्रो.रमेश प्रसाद गुप्ता, प्रो.कृष्ण मोहन प्रसाद, डॉ.अरुण कुमार, प्रो.ललन झा, राजीव रंजन, राहुल कुमार, उज्जवल कुमार, प्रो.अनिल ओझा, डॉ.सुनील कुमार, प्रो.रामविनोद शर्मा, प्रो.पवन कुमार सिंह, प्रो.सत्येन्द्र कुमार टुनटुन, विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के सचिव गौरव, निशांत शेखर, डॉ.ललित किशोर, डॉ.नरेन्द्र कुमार सिंह, डॉ.सत्येन्द्र प्रसाद सिंह, डॉ.अजय कुमार, डॉ.बिनोद कुमार दत्ता के नेतृत्व में आयोजित आंदोलन में विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभागों सहित रामदयालु सिंह महाविद्यालय, लंगट सिंह महाविद्यालय, मंहथ दर्शन दास महिला महाविद्यालय, एलएनटी कॉलेज, एमपी सिन्हा साइन्स कॉलेज, डॉ.राममनोहर लोहिया महाविद्यालय, रामेश्वर महाविद्यालय, डॉ.जगन्नाथ मिश्र महाविद्यालय, श्यामनन्दन सहाय महाविद्यालय, पं.यमुना कार्यी महाविद्यालय, बगाही, रामश्रेष्ठ सिंह कॉलेज, चोंचहा, बालाजी इंटर कॉलेज, महेश भगत बनवारी इंटर कॉलेज, इंटर कॉलेज, चन्द्रहट्टी में शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों एवं विश्वविद्यालय कर्मचारियों ने कालीपट्टी लगाकर अपना-अपना कार्य करते हुए धरना-प्रदर्शन किया। आन्दोलन में शिक्षक एवं कर्मचारियों ने शिक्षा विभाग के असंवैधानिक और दमनात्मक निर्णयों और निर्देशों के विरुद्ध नारे लगाए। सड़क से सदन तक लड़ने का संकल्प लिया। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के पाठक द्वारा दिए गए आदेश वापस नहीं होंगे तब तक जोरदार संघर्ष जारी रखनें की बात कही. राज्य स्तरीय समन्वय समिति संयोजक एवं बिहार राज्य विश्वविद्यालय व महाविद्यालय शिक्षक महासंघ (फुटाब) के महासचिव सह तिरहुत शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के विधान पार्षद प्रो.संजय कुमार सिंह नें बूटा इकाई एलएनटी कॉलेज, मुजफ्फरपुर में शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के साथ काली पट्टी लगाकर धरना दिया। संयुक्त संघर्ष समन्वय समिति के शिक्षक और कर्मचारी नेताओं नें कहा की विश्वविद्यालय/महाविद्यालय शिक्षकों-कर्मचारियों एवं पेंशनर्स के राज्यस्तरीय समन्वय समिति एवं विश्वविद्यालय स्तरीय समन्वय समिति के आह्वान तथा विश्वविद्यालय स्तरीय अपने-अपने शीर्ष संघों की अपील पर सभी शिक्षकों एवं कर्मियों ने शिक्षा विभाग के गैर-लोकतांत्रिक एवं असंवैधानिक एवं नियम-परिनियम विरूद्ध निर्देशों/आदेशों के विरोधस्वरूप आज जो चट्टानी एकजुटता का परिचय दिया है, उसका शिक्षक-कमर्चारी, अतिथि शिक्षक, पेंशनर्स आदि सभी संवर्ग के संघों के शीर्ष नेतृत्व एवं समन्वय समिति के संयोजक व सह-संयोजकों ने अपने सभी सदस्य साथियों का महती आभार प्रकट किया है और आगामी बारह जनवरी के घोषित आन्दोलनात्मक कार्यक्रम को सफल बनाने का पुरजोर आह्वान किया है।