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मुख्यमंत्री ने वाजपेयी जी की 5वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी

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मुख्यमंत्री ने वाजपेयी जी की 5वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी
मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय श्री अटल बिहारी
वाजपेयी जी की 5वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी
 
मुख्यमंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेशन सेण्टर में
श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा का अनावरण किया
 
अटल जी नीलकण्ठ बनकर देश की राजनीति में जगमगाते रहे,
आज उनकी स्मृतियां हम सभी के जीवन में बनी हुईं: मुख्यमंत्री
 
पं0 दीनदयाल उपाध्याय के सपनों व सिद्धान्तों पर चलते हुए, जिन कार्याें
की नींव श्रद्धेय अटल जी ने अपने कार्यकाल में डाली थीं, उस पर प्रधानमंत्री जी
के नेतृत्व में एक सुदृढ़ भारत के निर्माण का कार्य हम सब देख रहे
डिजिटल क्रांति की नींव अटल जी ने रखी, प्रधानमंत्री जी ऊंचाइयों पर पहुंचा रहे
 
अटल जी ने राजनीतिक मतभेदों से उठकर विभिन्न परिस्थितियों में देश की एकजुटता, लोकतंत्र को बचाने, आम नागरिकों की आवाज को बुलन्द करने का कार्य किया
 
अटल जी ने देश के अनुरूप देश के विकास की कार्य योजनाएं बनायीं
 
अटल जी का व्यक्तित्व नये राजनेताओं को संवेदनशील बनने, जनआकांक्षाओं की पूर्ति करने, मूल्यों व सिद्धान्तों के प्रति अटल रहकर परिश्रम के साथ कार्य करने की प्रेरणा देता
 
प्रदेश सरकार श्रद्धेय अटल जी के नाम पर श्रमिकों के बच्चों व अनाथ बच्चों के लिए प्रत्येक मण्डल में अटल आवासीय विद्यालय व जनपद बलरामपुर में के0जी0एम0यू0
के सैटेलाइट सेण्टर के रूप में मेडिकल काॅलेज स्थापित कर रही
 
अटल जी व लखनऊ एक-दूसरे के पूरक बन गये थे
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ   ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर आज उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अटल जी एक संवदेनशील इंसान के रूप में जाने जाते हैं, जिन्हें हर व्यक्ति सम्मान देता है। वह नीलकण्ठ बनकर देश की राजनीति में जगमगाते रहे और आज भी उनकी स्मृतियां हम सभी के जीवन में बनी हुई हैं। अटल जी का व्यक्तित्व नये राजनेताओं को संवेदनशील बनने, जनआकांक्षाओं की पूर्ति करने और मूल्यों व सिद्धान्तों के प्रति अटल रहकर परिश्रम के साथ कार्य करने की प्रेरणा देता है।
मुख्यमंत्री   अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेशन सेण्टर में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 5वीं पुण्यतिथि पर आयोजित एक कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने वहां श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा का अनावरण किया और आयोजित कवि सम्मेलन में काव्य पाठ भी सुना।
मुख्यमंत्री   ने कहा कि श्रद्धेय अटल जी का नाम के अनुरूप व्यक्तित्व था। भारत माता की आत्मा को झंकृत करने वाले एक जननेता के रूप में श्रद्धेय अटल जी का यशस्वी मार्गदर्शन देश को उस कालखण्ड में प्राप्त होता रहा, जब राजनीति संक्रमण काल से गुजर रही थी। अटल जी ने राजनीतिक मतभेदों से उठकर विभिन्न परिस्थितियों में देश की एकजुटता के लिए कार्य किया। वर्ष 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय देश की एकता की बात सामने आयी तो तत्कालीन सरकार के साथ स्वर से स्वर मिलाकर भारत की एकता का संदेश दुनिया के मंचों पर दिया। श्रद्धेय अटल जी ने लोकतंत्र को बचाने और आम नागरिकों की आवाज को बुलन्द करने का कार्य किया। विदेश मंत्री के रूप में संयुक्त राष्ट्र संघ में राजभाषा को प्रमुखता के साथ अपने भाषण का हिस्सा बनाया। यह कार्य पहली बार देशवासियों ने देखा।
मुख्यमंत्री   ने कहा कि अटल जी ने देश के अनुरूप देश के विकास की कार्य योजनाएं बनायीं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राष्ट्रीय राजमार्गाें के स्वर्णिम चतुर्भुज की योजना के साथ मोबाइल क्रांति के जनक के रूप में श्रद्धेय अटल जी ने उल्लेखनीय कार्य किये। आज भारत दुनिया में सबसे अधिक मोबाइल धारण करने वाला और डिजिटल क्रांति का सर्वाधिक लाभ लेने वाला देश है। डिजिटल क्रांति की नींव अटल जी ने रखी थी, जिसे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ऊंचाइयों पर पहुंचा रहे हैं।
मुख्यमंत्री   ने कहा कि देश में गरीब भूखों नहीं मरेगा, यह संवेदना पहली बार किसी सरकार ने दिखायी वो अन्त्योदय की सरकार थी। बी0पी0एल0 की योजना अटल जी लेकर आये थे। अटल जी ने अपनी रचनाओं के माध्यम से देश की संवेदना और समसामयिक मुद्दों को प्रस्तुत करने का कार्य किया। ‘हिन्दू तन मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू, मेरा परिचय’ जैसी पंक्तियां लिखने का साहस अटल जी जैसा राजनेता ही कर सकता है। ‘हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा’ यह पंक्तियां भी विपरीत परिस्थितियों में जनमानस को झंकृत करते हुए उसे आगे बढ़ने के लिए पे्ररित करती हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अटल जी के इन्हीं भावों को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने उनकी पहली मूर्ति उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय (लोक भवन परिसर) में स्थापित की है, जिसका अनावरण प्रधानमंत्री जी ने अपने कर-कमलों से किया। इसके अलावा, लखनऊ में श्रद्धेय अटल जी के नाम पर अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी संचालित है। पहली बार श्रमिकों के बच्चों व अनाथ बच्चों के लिए प्रत्येक मण्डल में अटल आवासीय विद्यालय बनाये जा रहे हैं। डबल इंजन की सरकार प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से इसी सत्र में इन अटल आवासीय विद्यालयों को आगे बढ़ा रही है।
प्रदेश सरकार श्रद्धेय अटल जी के प्रथम संसदीय क्षेत्र जनपद बलरामपुर में उन्हीं के नाम पर के0जी0एम0यू0 के सैटेलाइट सेण्टर के रूप में मेडिकल काॅलेज स्थापित कर रही है। लखनऊ का यह सौभाग्य है कि अटल जी ने 05 बार लखनऊ से देश की संसद में प्रतिनिधित्व किया। अटल जी व लखनऊ एक-दूसरे के पूरक बन गये थे। यही होता है जब अपने नेता के प्रति लोगों में इस प्रकार का समर्पण होता है।
मुख्यमंत्री   ने कहा कि डबल इंजन की सरकार बिना भेदभाव हर गरीब को निःशुल्क राशन, आवास, शौचालय, रसोई गैस कनेक्शन, 05 लाख रुपये तक स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध करा रही है। पं0 दीनदयाल उपाध्याय के सपनों व सिद्धान्तों पर चलते हुए, जिन कार्याें की नींव श्रद्धेय अटल जी ने अपने कार्यकाल में डाली थीं, उस पर एक सुदृढ़ भारत के निर्माण का कार्य प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हम सब देख रहे हैं। देशवासी एक नये भारत का दर्शन कर रहे हैं। अपने पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का इससे बेहतर उदाहरण क्या हो सकता है।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने मूर्तिकारों को सम्मानित भी किया।
कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, पूर्व उप मुख्यमंत्री व विधान परिषद सदस्य डाॅ0 दिनेश शर्मा ने भी सम्बोधित किया।

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