मुख्यमंत्री का शाहजहांपुर भ्रमण
मुख्यमंत्री ने विकास खण्ड मिर्जापुर पहुंचकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का
निरीक्षण किया, प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री वितरित की
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया
डबल इंजन की सरकार आपदा की इस घड़ी में हर पीड़ित व्यक्ति के साथ
खड़ी, बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा : मुख्यमंत्री
जनहानि से पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराने के निर्देश
मकान क्षतिग्रस्त होने पर प्रधानमंत्री आवास योजना या
मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत पीड़ित को आच्छादित किया जाए
फसल नुकसान का तत्काल सर्वे कर इसकी रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश, जिससे प्रभावित किसानों को समय से मुआवजा उपलब्ध कराया जा सके
सिंचाई विभाग को बाढ़ के स्थायी समाधान करने के निर्देश
जलालाबाद तहसील में क्षतिग्रस्त हुए सेतु के समानान्तर एक नए सेतु
निर्माण तथा कलान तहसील में बाढ़ की समस्या से निजात के लिए
1200 मीटर के कलवर्ट निर्माण के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश
लखनऊ : 28 अगस्त, 2023
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद शाहजहांपुर के विकास खण्ड मिर्जापुर पहुंचकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया तथा श्री शिवमंगल सिंह मेमोरियल डिग्री कॉलेज में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार आपदा की इस घड़ी में हर पीड़ित व्यक्ति के साथ खड़ी है। जनप्रतिनिधिगण बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जनता-जनार्दन की सेवा हेतु पूरी तत्परता के साथ कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के 21 जनपदों में 721 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। प्रथम चरण में यमुना नदी में आयी बाढ़ के कारण सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बिजनौर, बागपत, गाजियाबाद आदि जनपद बाढ़ से प्रभावित हुए थे। दूसरे चरण में गंगा नदी में आयी बाढ़ के कारण बदायूं, शाहजहांपुर, कासगंज, फर्रुखाबाद आदि जनपद प्रभावित हैं। प्रदेश में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है। इसके अंतर्गत 10 किलो चावल, 10 किलो आटा, 10 किलो आलू, 05 किलो भुना चना, 02 किलो अरहर की दाल, रिफाइंड तेल, नमक, मिर्च, मसाले, बरसाती और डिग्निटी किट आदि सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एण्टी स्नेक वेनम पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराये गये हैं। जनहानि से पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गये हैं। यह निर्देश भी दिए गये हैं कि मकान क्षतिग्रस्त होने पर प्रधानमंत्री आवास योजना या मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत पीड़ित को आच्छादित किया जाए। आंशिक क्षतिग्रस्त मकानों के मामले में मुआवजे की कार्रवाई की जाए। प्रदेश सरकार द्वारा सर्पदंश या अन्य जंगली जानवरों के हमले के कारण हुई जनहानि को आपदा राहत श्रेणी के अन्तर्गत लाया गया है। इसके अंतर्गत पीड़ित परिवार को 04 लाख रुपए सहायता राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि फसल नुकसान का तत्काल सर्वे कर इसकी रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश निर्गत किए गए हैं, ताकि सभी प्रभावित किसानों को समय से मुआवजा उपलब्ध कराया जा सके। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि पशु हानि पर भी पीड़ित परिवार को मुआवजे की राशि तत्काल उपलब्ध कराई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद शाहजहांपुर में गंगा, रामगंगा और काली आदि नदियों के कारण बाढ़ की समस्या आती है। सिंचाई विभाग को बाढ़ के स्थायी समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने जनपद के सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री वितरित करने के निर्देश देते हुए कहा कि जो क्षेत्र 15 दिन से अधिक बाढ़ की समस्या से ग्रस्त हैं, उनमें महीने में 02 बार और जो क्षेत्र एक महीने से अधिक बाढ़ की समस्या से ग्रस्त हैं, उनमें महीने में 03 बार राहत सामग्री वितरित की जाए। जलालाबाद तहसील में क्षतिग्रस्त हुए सेतु के समानान्तर एक नए सेतु निर्माण के आदेश दिए गए हैं। कलान तहसील में बाढ़ की समस्या से निजात के लिए 1200 मीटर के कलवर्ट निर्माण के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस अवसर पर वित्त और संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के 21 जनपदों में 721 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। प्रथम चरण में यमुना नदी में आयी बाढ़ के कारण सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बिजनौर, बागपत, गाजियाबाद आदि जनपद बाढ़ से प्रभावित हुए थे। दूसरे चरण में गंगा नदी में आयी बाढ़ के कारण बदायूं, शाहजहांपुर, कासगंज, फर्रुखाबाद आदि जनपद प्रभावित हैं। प्रदेश में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है। इसके अंतर्गत 10 किलो चावल, 10 किलो आटा, 10 किलो आलू, 05 किलो भुना चना, 02 किलो अरहर की दाल, रिफाइंड तेल, नमक, मिर्च, मसाले, बरसाती और डिग्निटी किट आदि सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एण्टी स्नेक वेनम पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराये गये हैं। जनहानि से पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गये हैं। यह निर्देश भी दिए गये हैं कि मकान क्षतिग्रस्त होने पर प्रधानमंत्री आवास योजना या मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत पीड़ित को आच्छादित किया जाए। आंशिक क्षतिग्रस्त मकानों के मामले में मुआवजे की कार्रवाई की जाए। प्रदेश सरकार द्वारा सर्पदंश या अन्य जंगली जानवरों के हमले के कारण हुई जनहानि को आपदा राहत श्रेणी के अन्तर्गत लाया गया है। इसके अंतर्गत पीड़ित परिवार को 04 लाख रुपए सहायता राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि फसल नुकसान का तत्काल सर्वे कर इसकी रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश निर्गत किए गए हैं, ताकि सभी प्रभावित किसानों को समय से मुआवजा उपलब्ध कराया जा सके। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि पशु हानि पर भी पीड़ित परिवार को मुआवजे की राशि तत्काल उपलब्ध कराई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद शाहजहांपुर में गंगा, रामगंगा और काली आदि नदियों के कारण बाढ़ की समस्या आती है। सिंचाई विभाग को बाढ़ के स्थायी समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने जनपद के सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री वितरित करने के निर्देश देते हुए कहा कि जो क्षेत्र 15 दिन से अधिक बाढ़ की समस्या से ग्रस्त हैं, उनमें महीने में 02 बार और जो क्षेत्र एक महीने से अधिक बाढ़ की समस्या से ग्रस्त हैं, उनमें महीने में 03 बार राहत सामग्री वितरित की जाए। जलालाबाद तहसील में क्षतिग्रस्त हुए सेतु के समानान्तर एक नए सेतु निर्माण के आदेश दिए गए हैं। कलान तहसील में बाढ़ की समस्या से निजात के लिए 1200 मीटर के कलवर्ट निर्माण के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस अवसर पर वित्त और संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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