Home India जिले में आकर्षण का केन्द्र बना गणपति ग्रुप का केदारनाथ धाम

जिले में आकर्षण का केन्द्र बना गणपति ग्रुप का केदारनाथ धाम

0
जिले में आकर्षण का केन्द्र बना गणपति ग्रुप का केदारनाथ धाम

दगडूशेठ के रूप में विराजित मालवा के राजा का प्रतिदिन हो रहा नए रूप में श्रृंगार

नीमच। भक्ति और आस्था का पर्व गणेशोत्सव के 21 वर्ष पूरा होने पर गणपति ग्रुप द्वारा इस बार भव्य रूप-रेखा तैयार कर इस बार गणेशोत्सव को और अधिक भव्य रूप दिया गया है। इस वर्ष भगवान गणपति का 75  बाय 150 स्क्वायर फिट का वाटर प्रूफ भव्य पंडाल दशहरा मैदान में मालवा के राजा के रूप में बाबा केदारनाथ मंदिर के भव्य स्वरुप पर आकर्षक रूप से बनाया गया है। 10 दिवसीय पूजनोत्सव के दौरान गणपति ग्रुप द्वारा बाबा केदारनाथ मंदिर रूपी पंडाल में गणपति प्रतिमा को महाराष्ट्र के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक पूना के दगडुशेठ का रूप दिया गया है।
पांडाल में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। साथ ही निजी सुरक्षा कर्मी की भी तैनाती की गई है। वही दशहरा मैदान स्थित इस केदारनाथ पांडाल पर मुंबई के उत्कृष्ट कलाकारों द्वारा विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश की अति आकर्षक पूना के दगडूशेठ की प्रतिमा का 16.5 फिट का निर्माण किया है। जो नगर वासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

यहाँ दगडूशेठ के रूप में विराजित मालवा के राजा गणपति बप्पा का प्रतिदिन नए रूप में श्रृंगार किया जा रहा है। इसके अलावा झांकी व भव्य दीपोत्सव के आयोजन के साथ ही 23 सितम्बर शनिवार को सुन्दर कांड पाठ का आयोजन रखा गया।

24 सितम्बर रविवार को गुरुकुल के 21 पंडो द्वारा गणपति अथर्वशीर्ष का 501 बार पाठ किया जाएगा। इस दौरान पूरे पंडाल को श्रीफल (नारियल) से सजाया जाएगा। गणेशजी की आराधना बहुत मंगलकारी मानी जाती है। इनमें से गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ विशेष कल्याणकारी माना जाता है। ऐसे में पंडाल में शोभित सभी श्रीफल को गणपति अथर्वशीर्ष पाठ से सिद्ध किया जाएगा। सिद्ध इन श्रीफल को अगले दिन वितरित किया जाएगा।

25 सितम्बर सोमवार को सांवरिया सेठ का दरबार जिसमे माखन मिश्री का प्रसाद के साथ गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ से सिद्ध श्रीफल को वितरित किया जाएगा। इस दौरान किलकारी के मूक बधिर बच्चे प्रशासनिक अधिकारी की उपस्थिति में साक्षी बनेंगे।

26 सितम्बर मंगलवार को ताली कीर्तन होगा। प्राचीन बावड़ी वाले बालाजी स्थित श्याम मंदिर भक्त मंडल द्वारा मधुर भजनों पर ताली बजाते हुए श्याम प्रेमियों द्वारा ताली कीर्तन किया जाएगा।

27 सितम्बर बुधवार को मंत्रोच्चारण के साथ गंगा आरती वाराणसी के पंडो द्वारा की जाएगी।

28 सितम्बर गुरुवार को मालवा के राजा को महाभोग लगाकर महाआरती का आयोजन होगा।

इसके अलावा प्रतिदिन विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है।

इस दौरान गणपति पूजनोत्सव में सबसे मुख्य आकर्षण श्रद्धालूओं द्वारा भगवान गणेश को चढ़ाये  जाने लड्डू भी है। यहाँ देशी घी से निर्मित शुद्ध लड्डू मात्र 211 रुपये में भगवान गणेश को भोग लगाने हेतु उपलब्ध हो रहे है। मान्यता है कि भगवान गणेश पवित्र मन से मांगने पर अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। लिहाजा पूजनोत्सव के दौरान श्रद्धालू भगवान गणेश के समक्ष अपनी मनोकामनाएं रखते हैं और पूरा होने पर अपने क्षमतानुसार भगवान को लड्डू अर्पित करते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here