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मुख्यमंत्री ने प्रदेश के गन्ना किसानों से संवाद कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किए

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मुख्यमंत्री ने प्रदेश के गन्ना किसानों से संवाद कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किए
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के गन्ना किसानों से संवाद कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किए
सनातन धर्म में भगवान की उपासना से पूर्व अन्नपूर्णा देवी की पूजा की जाती,
डबल इंजन सरकार ने अयोध्या में भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व अन्नदाता किसानों के लिए गन्ने के राज्य परामर्शित मूल्य में वृद्धि की : मुख्यमंत्री
गन्ने की अगैती प्रजातियों के गत वर्ष के 350 रु0 प्रति क्विंटल के मूल्य को
पेराई सत्र 2023-24 में बढ़ाकर 370 रु0 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया
सामान्य प्रजातियों के लिए 340 रु0 प्रति क्विंटल से
बढ़ाकर 360 रु0 प्रति क्विंटल, अनुपयुक्त प्रजातियों के लिए
335 रु0 प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 355 रु0 प्रति क्विंटल किया गया
गन्ना किसानों ने प्रदेश सरकार द्वारा गन्ने के राज्य परामर्शित
मूल्य में वृद्धि के लिए मुख्यमंत्री जी का आभार प्रकट किया
अब तक गन्ना किसानों को 02 लाख 32 हजार
करोड़ रु0 गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा चुका
डबल इंजन सरकार द्वारा विगत साढ़े 06 वर्षों में किए गए प्रयासों
के परिणामस्वरूप अब तक अन्नदाता किसानों के खाते में लगभग
07 लाख करोड़ रु0 की धनराशि हस्तांतरित की जा चुकी
प्रदेश में 120 चीनी मिलें सफलतापूर्वक चल रहीं, अब तक 90 प्रतिशत
से अधिक गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा चुका, 105 चीनी मिलें
10 दिनों के अन्दर गन्ना मूल्य का भुगतान कर रहीं : मुख्यमंत्री
प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप प्रदेश सरकार
किसानों के हित के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही
चीनी मिलों को शुगर कॉम्प्लेक्स में बदला जा रहा,
नई-नई डिस्टलरीज तथा इथेनॉल प्लाण्ट लग रहे
प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में चीनी मिलों और गन्ना किसानों
के बीच बेहतरीन तालमेल बनाकर कार्य किया जा रहा
प्रदेश सरकार ने धान, गेहूं, मक्का, बाजरा एवं
अन्य फसलों के लिए प्रोक्योरमेंट व्यवस्था को आगे बढ़ाया
उत्पादन में उत्कृष्टता के लिए किसानों का प्रशिक्षित होना जरूरी,
गत वर्ष प्रदेश सरकार ने आम के 04 किसानों को मॉस्को भेजा
जब भी इस प्रकार का डेलीगेशन प्रदेश से अन्य देशों में जाए, कुछ किसान
उसके साथ अवश्य जाएं, प्रदेश सरकार उनको भेजने की व्यवस्था बनाएगी
हमारी पीढ़ी सौभाग्यशाली है कि 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या नगरी
में 500 वर्षों की लम्बी प्रतीक्षा के पश्चात प्रभु श्रीराम प्रधानमंत्री
जी के करकमलों द्वारा स्वयं के भव्य मन्दिर में विराजमान होंगे
गांव के लोग देव मन्दिर में कीर्तन आदि कार्यक्रमों से जुड़ें, सायंकाल
देव मन्दिर के साथ-साथ घर-घर में दीप प्रज्ज्वलित करें,
विरासत को सम्मान देना हम सभी का दायित्व

लखनऊ :

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा है कि जैसे सनातन धर्म में भगवान की उपासना से पूर्व अन्नपूर्णा देवी की पूजा की जाती है, उसी प्रकार डबल इंजन सरकार ने अयोध्या में भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व अन्नदाता किसानों के लिए गन्ने के राज्य परामर्शित मूल्य (एस0ए0पी0) में वृद्धि की व्यवस्था की है। यह अन्नदाता किसानों के लिए एक उपहार है। अन्नदाता किसान भी राम-राम के बिना कोई कार्य नहीं करता है।
मुख्यमंत्री  अपने सरकारी आवास पर प्रदेश के गन्ना किसानों से संवाद कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विगत दिवस मंत्रिपरिषद द्वारा पेराई सत्र 2023-24 के लिए प्रदेश की समस्त चीनी मिलों द्वारा क्रय किए जाने वाले गन्ने का राज्य परामर्शित मूल्य (एस0ए0पी0) का निर्धारण कर दिया गया है। गन्ने की अगैती प्रजातियों के गत वर्ष के 350 रुपये प्रति क्विंटल के मूल्य को पेराई सत्र 2023-24 में बढ़ाकर 370 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। इसी प्रकार सामान्य प्रजातियों के लिए 340 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 360 रुपये प्रति क्विंटल तथा अनुपयुक्त प्रजातियों के लिए 335 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 355 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है।
मुख्यमंत्री   ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की मंशा के अनुरूप प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में 110 चीनी मिलें बमुश्किल चल पा रही थी। उन पर भी वर्ष 2010 से 2017 के बीच गन्ना मूल्य का बकाया था। चीनी उद्योग बन्दी की कगार पर था। प्रदेश में आज 120 चीनी मिलें सफलतापूर्वक चल रही हैं। आज 120 चीनी मिलों में से 105 चीनी मिलें ऐसी हैं, जो 10 दिनों के अन्दर गन्ना मूल्य का भुगतान कर रही हैं। अब तक 90 प्रतिशत से अधिक गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा चुका है।
चीनी मिलों को शुगर कॉम्प्लेक्स में बदला जा रहा है। नई-नई डिस्टलरीज तथा इथेनॉल प्लाण्ट लग रहे हैं। कोविड-19 जैसी महामारी में जब देश के अन्य राज्यों तथा दुनिया के अन्य देशों में चीनी मिलें बन्द हो गई थीं, प्रदेश मजबूती के साथ बिना डिगे, बिना झुके अपनी चीनी मिलें चला रहा था। प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में चीनी मिलों और गन्ना किसानों के बीच बेहतरीन तालमेल बनाकर कार्य किया जा रहा है। चीनी मिलों से गन्ना किसानों का हित जुड़ा हुआ है। यह दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। किसान खुशहाल होगा, तो चीनी मिलें भी अच्छी चलेंगी।
मुख्यमंत्री   ने कहा कि डबल इंजन सरकार द्वारा विगत साढ़े 06 वर्षों में किए गए प्रयासों के परिणामस्वरूप अब तक अन्नदाता किसानों के खाते में लगभग 07 लाख करोड़ रुपये की धनराशि हस्तांतरित की जा चुकी है। इसमें गन्ना किसानों को 02 लाख 32 हजार करोड़ रुपये गन्ना मूल्य का भुगतान सम्मिलित है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 60 हजार करोड़ रुपये की धनराशि इसके अतिरिक्त है। वर्ष 2017 से पूर्व, गन्ना किसानों को गन्ने का राज्य परामर्शित मूल्य 315 रुपये प्रति क्विंटल प्राप्त होता था। किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान प्राप्त करने में समस्या का सामना करना पड़ता था। आज प्रदेश में किसानों को गन्ने का राज्य परामर्शित मूल्य 370 रुपये प्रति क्विंटल प्राप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जहां भी आवश्यकता पड़ी प्रदेश सरकार ने गन्ना किसानों के लिए व्यवस्था को आगे बढ़ाया है। प्रदेश सरकार ने धान, गेहूं, मक्का, बाजरा एवं अन्य फसलों के लिए प्रोक्योरमेंट व्यवस्था को आगे बढ़ाया है। प्रदेश सरकार ने विभिन्न फसलों के समर्थन मूल्य को बढ़ाकर लगभग 03 लाख 70 हजार करोड़ रुपये सीधे अन्नदाता किसानों के खातों में हस्तांतरित किए। किसानों को बागवानी से उत्पन्न उत्पादों को क्वालिटी पैक हाउस के माध्यम से मेन्टेन करने का प्रयास करना चाहिए। उत्पादों को बाजार में भेजने के साथ-साथ उनका निर्यात करने की भी व्यवस्था बनायी जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री   ने कहा कि उत्पादन में उत्कृष्टता के लिए किसानों का प्रशिक्षित होना जरूरी है। गत वर्ष प्रदेश सरकार ने आम के 04 किसानों को मॉस्को भेजा था। देश में जो अच्छी क्वालिटी का आम 40 से 50 रुपये प्रति किलो बिकता है, वही आम मॉस्को के बाजार में 800 से 1,000 रुपये प्रति किलो बिका। किसानों को यदि लगभग 500 रुपये प्रति किलो लाभ प्राप्त होगा, तो यह समृद्धि का कारण अवश्य बनेगा। ऐसे ही किसान अमरूद और केले आदि की खेती भी करते हैं। इसके लिए किसानों को अपनी फसल की क्वालिटी का ध्यान रखना पड़ता है। किसानों को सब्जी उत्पादन से भी काफी मुनाफा हो सकता है। जब भी इस प्रकार का डेलीगेशन प्रदेश से अन्य देशों में जाए, कुछ किसान उसके साथ अवश्य जाएं। प्रदेश सरकार उनको भेजने की व्यवस्था बनाएगी।
मुख्यमंत्री   ने कहा कि हमारी पीढ़ी सौभाग्यशाली है कि 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या नगरी में 500 वर्षों की लम्बी प्रतीक्षा के पश्चात प्रभु श्रीराम प्रधानमंत्री जी के करकमलों द्वारा स्वयं के भव्य मन्दिर में विराजमान होंगे। इस अवसर के साथ प्रदेश के अन्नदाता किसानों को जुड़ना चाहिए। किसान, गांव के लोगों को टेलीविजन पर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने के लिए प्रेरित करें। गांव के लोग देव मन्दिर में कीर्तन आदि कार्यक्रमों से जुड़ें। गांवों के लोगों को भण्डारा खिलाया जाना चाहिए। मन्दिरों की साफ-सफाई करें। सायंकाल देव मन्दिर के साथ-साथ घर-घर में दीप प्रज्ज्वलित करें। विरासत को सम्मान देना हम सभी का दायित्व है। 22 जनवरी, 2024 के पश्चात जब अयोध्या में व्यवस्था बन जाती है, तो अन्नदाता किसान भी प्रभु श्रीराम के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त करें।
इस अवसर पर गन्ना किसानों ने प्रदेश सरकार द्वारा गन्ने के राज्य परामर्शित मूल्य में वृद्धि के लिए मुख्यमंत्री जी का आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम में सांसद   राजकुमार चाहर द्वारा स्वागत सम्बोधन किया गया तथा श्री कामेश्वर सिंह ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन श्री घनश्याम पटेल ने किया।
आयोजन में प्रदेश के 20 जनपदों के गन्ना किसान सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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