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एसपी के आदेश को नीमच सिटी थाने में पदस्थ एएसआई शंभूसिंह नहीं मानते

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एसपी के आदेश को नीमच सिटी थाने में पदस्थ एएसआई शंभूसिंह नहीं मानते

— कूटरचित दस्तावेजों के मामलें में दो महिने बाद भी कोई कार्रवाई, फरियादी ने फिर की कलेक्टर—एसपी को शिकायत

नीमच। पुलिस अधीक्षक का आदेश जिले के हर अधिकारी के लिए महत्वपूर्ण होता है और आदेश पर अमल तुरंत होता है, लेकिन एसपी के आदेश को नीमच सिटी थाने में पदस्थ एएसआई शंभूसिंह नहीं मान रहे है। कूटरचित दस्तावेज तैयार की भूखंड हडपने के मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे है। पूर्व पार्षद राजेश अजमेरा ने तीसरी बार कलेक्टर—एसपी को शिकायत की है, जिसमें जांच अधिकारी एएसआई शंभूसिंह द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के साथ ही कार्रवाई की मांग की है।
यह चर्चित मामला नीमच सिटी बाबा शहाबुद्दीन दरगाह रोड पर स्थित बगीचा नंब 41 व 47 में स्थित एक भूखंड के कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उसे बेचने का है। नसीम बानो पति अब्दुल हकीम, सद्दिक व अन्य लोगों ने कूटरचित दस्तावेज शंकर सिंहल के नाम से तैयार किए और फिर भूखंड को 25 मई 2023 को सद्दिक व नसीम बानो ने परवीन पटेल को साढे तीन लाख रूपए को बेच दिया। जबकि शंकर सिंहल का कहना है कि नसीम बानो से कोई विक्रय नामा नहीं किया है। उसके नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए है। इस संबंध में जब शंकर सिंहल ने पुलिस अधीक्षक और नीमच सिटी थाने में शिकायत दर्ज करवाई और जांच अधिकारी एएसआई शंभूसिंह को बयान दिए, तो कूटरचित दस्तावेज व धोखाधडी की कार्रवाई से बचने के लिए पूर्व पार्षद पर फर्जी छेडछाड करने का आरोप लगाते हुए आवेदन दिया। राजेश अजमेरा ने महिला द्वारा फर्जी छेडछाड की दर्ज शिकायत के मामले में मय सबूत के प्रमाण पुलिस को दिए। पूर्व पार्षद राजेश अजमेरा और शंकर सिंहल द्वारा दर्ज करवाई गई कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर भूखंड हडपने की शिकायत पर दो महिने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पहली शिकायत 26 मई 2023 को पुलिस अधीक्षक द्वारा मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के तहत थानों पर लगाए गए शिविर में दर्ज करवाई थी। इसके बाद 22 जून व 24 जून को नीमच सिटी थाने में शिकायत की गई। शिकायत पर शिकायकर्ता व गवाहों के बयान भी दर्ज हो गए, लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जांच अधिकारी शंभूसिंह द्वारा आरोपियों का बचाव किया जा रहा है और उन्हीं के रिश्तेदारों के साथ में रखकर बगीचा नंबर 41 व 47 में निवासरत लोगों से दस्तावेजों की पूछताछ की जा रही है और जांचकर्ता अधिकारी एएसआई शंभूसिंह के सामने आरोपियों के रिश्तेदार कॉलोनी वासियों से कहते है कि जिसने अजमेरा के पक्ष में हस्ताक्षर कर गवाही दी है, उन्हीं की जांच होगी और उनके मकान टूटेंगे। इस पर जांच अधिकारी शंभूसिंह मौन रहते है और कहते है कि जांच बैठ गई है।

कूटरचित दस्तावेजों की जांच के बयाज कॉलोनी के लोगों के दस्तावेज मांग रहे है— जांच अधिकारी एएसआई शंभूसिंह द्वारा शिकायत के आधार पर कूटरचित दस्तावेजों की जांच करने की बजाय कॉलोनी में रह रहे लोगों से दस्तावेज मांगकर उन्हें धमकाया जा रहा है। जबकि राजेश अजमेरा और शंकरलाल के द्वारा सद्दिक व नसीम बानो की शिकायत कूटरचित दस्तावेज की शिकायत की गई है, जांच अधिकारी शंभूसिंह अन्य लोगों के अनुबंध के आधार पर आरोपियों का बचाव करने में जुटे हुए है और आरोपियों द्वारा बनाए गए कूटरचित दस्तावेज को शंकरसिंह के अन्य दस्तावेजों से तुलना कर कूटरचित दस्तावेज को सही सिद्ध करने का प्रयास कर रहे है।

नगरपालिका ने भी लिखा— अवैध तरीके से खरीद—फरोख्त—
पूर्व पार्षद राजेश अजमेरा और शंकर सिंहल की शिकायत के आधार पर पुलिस थाना नीमच सिटी द्वारा नगरपालिका से भी 23 जून 2023 रिकार्ड मांगा गया। नगरपालिका की तरफ स्पष्ट लिखा है कि वर्ष 2017 से बंगला—बगीचा की भूमि के व्यवस्थापन के लिए बोर्ड का गठन किया गया है, बंगला—बगीचा रहवासी द्वारा उक्त बोर्ड के समय भूमि का व्यवस्थापन नहीं कराए जाने तक बंगला—बगीचा क्षेत्र की भूमि नगरपालिका की होगी, तो फिर सद्दिक व नसीम बानो द्वारा 23 मई 2023 को परवीन पटेल को भूखंड बेचा था, उस पर भी पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है।

इनका कहना——
— शिकायत कैंट थाना क्षेत्र की है, मुझे दे दी गई है, मैं कूटरचना की कैसे जांच करू। शंकरलाल ने सभी को ऐसी लिखा—पढी कर रखी है। मैरे हिसाब से मामला कैंट थाने में भेजूंगा।
— शंभूसिंह, जांच अधिकारी, एएसआई नीमच सिटी थाना।

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