एमएसकेबी कॉलेज में आयोजित विदाई समारोह में इंटर वाणिज्य के प्रथम बैच की छात्राओं की हुई भावभीनी विदाई
ध्रुव कुमार सिंह, मुज़फ्फरपुर, बिहार,
वाणिज्य शिक्षा की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए एमएसकेबी कॉलेज नें वर्ष 2022 में अपने यहां इंटर वाणिज्य में अध्ययन/अध्यापन प्रारम्भ किया। उक्त विचार महिला शिल्प कला भवन महाविद्यालय (mskb) में वाणिज्य विभाग द्वारा इंटर वाणिज्य के अपने प्रथम बैच (सत्र-2022-2024) के छात्राओं के लिए आयोजित विदाई समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ.नलिन विलोचन नें व्यक्त किये. डॉ.विलोचन ने कहा की महाविद्यालय का वाणिज्य संकाय छात्राओं को सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों अवधारणाओं की गहन समझ प्रदान करने पर बहुत जोर देता है। वाणिज्य संकाय देश और समाज के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पेशेवर, प्रबंधक और उद्यमी तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है। समारोह के मुख्य अतिथि सह उर्दू विभाग के अध्यक्ष डॉ.रईस ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा की भारत में, वाणिज्य मूल रूप से 10वीं कक्षा के बाद इंटरमीडिएट स्तर से पढ़ाया जाता है। बैचलर ऑफ कॉमर्स की डिग्री स्नातक स्तर पर विभिन्न विषयों का अध्ययन करके अर्जित की जाती है। विद्यार्थी स्नातकोत्तर अध्ययन के लिए अध्ययन किए गए विषयों में से किसी एक में विशेषज्ञता का चयन कर सकता है। फिर,विद्यार्थी पीएचडी जैसे शोध अध्ययन कर सकता है। समारोह की विशिष्ठ अतिथि सह परीक्षा नियंत्रक डॉ. लक्ष्मी रानी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की प्रत्येक व्यवसाय और उद्योग को ऐसे लोगों की आवश्यकता होती है जिनके पास अच्छा व्यवसाय और बिक्री कौशल हो, यह विशेष रूप से वाणिज्य पाठ्यक्रमों में सिखाया जाता है। आज की दुनिया में कुछ भी बेचने के लिए आवश्यक सही कौशल और दृष्टिकोण के निर्माण पर केंद्रित है। ये आवश्यक कौशल हैं जिनसे किसी भी उद्योग को लाभ होता है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सह बिहार कॉमर्स एसोसिएशन (BCA) के संस्थापक सचिव डॉ.ध्रुव कुमार सिंह ने छात्राओं के उज्जवल शैक्षणिक भविष्य की कामना करते हुए कहा की पहले कॉमर्स स्ट्रीम अकाउंटिंग जैसी बहुत सीमित नौकरी के अवसरों की अनुमति देती थी, लेकिन बदलते कार्य परिवेश के साथ, वाणिज्य के विद्यार्थियों की पहले से कहीं अधिक आवश्यकता है। एक बार पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद, ये छात्र व्यापार या व्यावसायिक क्षेत्र में एक समृद्ध कैरियर के लिए तैयार हो जाते हैं। कॉमर्स कोर्स करने के बाद विद्यार्थियों के लिए फाइनेंशियल एनालिस्ट, अकाउंटेंट, बिजनेस कंसल्टेंट, टैक्स कंसल्टेंट जैसी नौकरी के अवसर खुल जाते हैं। जिन छात्रों ने स्नातक पाठ्यक्रम किया है, वे स्नातकोत्तर के लिए आगे की पढ़ाई का विकल्प भी चुन सकते हैं और नेट/पीएचडी करके प्राध्यापक भी बन सकते है. डॉ.सिंह ने कहा की किसी क्षेत्र या देश में आर्थिक विकास हासिल करने के लिए व्यापक व्यावहारिक ज्ञान वाले पेशेवर अर्थशास्त्रियों और लेखाकारों की आवश्यकता होती है। विद्यार्थियों को स्वरोजगार के लिए तैयार करने और उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा देने के संदर्भ में, वाणिज्य शिक्षा काफी फायदेमंद है। इस कोर्स के माध्यम से विद्यार्थियों में व्यावहारिक क्षमताएं भी विकसित होती हैं। यह विद्यार्थियों को आर्थिक सिद्धांतों का उपयोग करके व्यावसायिक निर्णय लेना सिखाता है। कार्यक्रम व्यवसाय, अर्थशास्त्र और वाणिज्य से संबंधित मुद्दों के बारे में उनकी जागरूकता बढ़ाता है। इस पाठ्यक्रम के दौरान, छात्र सीखते हैं कि बाजार की स्थितियों से कैसे निपटें और वर्तमान परिस्थितियों के अनुकूल कैसे ढलें। वाणिज्य शिक्षा के क्षेत्र में रोजगार के भरपूर अवसर हैं। उनके लिए करियर के विभिन्न रास्ते उपलब्ध हैं। जीवन के सभी क्षेत्रों के लोग समाज में वित्तीय और लेखांकन के कार्य में योगदान देते हैं। वित्त और लेखांकन हर दिन हर किसी के जीवन का हिस्सा हैं। कार्यक्रम में मंचीय अतिथियों द्वारा इंटर वाणिज्य के सेंटअप एग्जाम में बेहतर प्रदर्शन के लिए रिद्धि कुमारी (प्रथम), ईशा सारस्वत, जिया कुमारी और कुमारी मुस्कान (द्वितीय), सिद्धि कुमारी और कृति कुमारी (तृतीय) को पुरस्कृत किया गया. समारोह में मंचीय अतिथियों ने सत्र-2022-2024 के लिए सर्वश्रेष्ठ छात्रा के रूप में नाज़नीन बेगम, साजिया खातून और साहिबा सिद्दीकी को सम्मानित किया. इस अवसर पर विभाग की छात्रा नाजनीन, जुली कुमारी, साहिबा सिद्दीकी और शाहीन शेख ने भी महाविद्यालय में बिताये 02 वर्षों के अपने अनुभव को व्यक्त करते हुए महाविद्यालय प्रशासन और विभागीय शिक्षकों के प्रति आभार प्रकट किये. धन्यवाद ज्ञापन के दौरान विभाग के छात्राओं को भावभीनी विदाई देते हुए डॉ.धर्मेन्द्र कुमार सिंह ने कहा की वाणिज्य ट्रैक आपको वित्त पर निर्भर लगभग सभी उद्योग में काम करने का अवसर देता है। इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षकों सहित परीक्षा विभाग के राहुल कुमार और विलियम सहित वाणिज्य विभाग की ग्यारहवीं में अध्ययनरत छात्राओं ने अपने विभागीय सीनियर्स को भावभीनी विदाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की.