आईएएस इफ्तिखारुद्दीन
सीनियर आईएएस इफ्तिखारुद्दीन के विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसआईटी ने जांच तेज कर दी है. एसआईटी को जांच में अब तक 77 वीडियो मिल चुके हैं, जिसमें धार्मिक कट्टरता के सबूत हैं.
कानपुर. सीनियर आईएएस इफ्तिखारुद्दीन (ias iftikharuddin) के विवादित वीडियो (controversial video) सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शासन और प्रशासन में हडकंप मच गया. धर्मांतरण वाले इस वीडियो को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसआईटी गठित की गई है. एसआईटी को 7 दिन के अंदर उसे अपनी रिपोर्ट सबमिट करनी थी. इसी कड़ी में एसआईटी ने कानपुर में डेरा डाला है.
बताया गया है कि पहले वायरल वीडियो की संख्या 4 और 6 थी वहीं यह संख्या बढ़कर 77 हो गई. नौ ऐसे वीडियो मिले हैं जिसमें धार्मिक कट्टरता के सबूत मिले हैं. ऐसे में एसआईटी अब विधिक राय लेने का विचार कर रही है कि वरिष्ठ आईएएस के खिलाफ क्या आरोप बनेंगे.
मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन कानपुर मंडलायुक्त भी रहे हैं और जो वीडियो हो रहे हैं वह मंडलायुक्त आवास के बताए जा रहे हैं. शुक्रवार को बताया गया कि 50 से ज्यादा वीडियो अब तक मिल चुके हैं, लेकिन अचानक 27 और वीडियो क्लिपिंग मिलीं और इनकी संख्या बढ़कर अब 77 हो गई है. अधिकारियों के मुताबिक वीडियो की संख्या और बढ़ेगी. वीडियो में आईएएस अधिकारी मुस्लिम धर्म को अन्य धर्मों से बेहतर बता रहे हैं. अधिकारियों के मुताबिक पूर्व मंडलायुक्त के खिलाफ वीडियो पर्याप्त सबूत है, लेकिन आरोप और अपराध तय करने से पहले इस प्रकरण में विधिक राय भी ली जाएगी.