up rank in Exports: Exports from UP: यूपी के हाथ बड़ी उपलब्धि, अप्रैल-मई 2020 की तुलना में इस साल 153 पर्सेंट ज्यादा निर्यात – 153 percent jump in exports from uttar pradesh in april may this year over the same period in 2020

हाइलाइट्स
- उत्तर प्रदेश से इस साल अप्रैल और मई के बीच हुआ खूब निर्यात
- फुटवियर, टेक्सटाइल, लेदर और कारपेट की गईं एक्सपोर्ट
- पिछले साल की तुलना में कई गुना ज्यादा निर्यात हुआ
- पारंपरिक उत्पादों की मांग भी विदेशों में बढ़ी
उत्तर प्रदेश ने अप्रैल और मई के महीने में रेकॉर्ड निर्यात किया है। इन दो महीने के रिकॉर्ड निर्यात के बाद इस साल 21,500.85 करोड़ का निर्यात हुआ है। पिछले साल 2020 में इस दौरान जो निर्यात हुआ था, उससे यह 152.67 पर्सेंट ज्यादा है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्यों से होने वाले निर्यातों की लिस्ट में यूपी टॉप 6 में आ गया है। अब निर्यात और बढ़ाने के लिए सरकार 10 और राज्यों के राजदूतों के साथ संपर्क में है।
कारपेट और फुटविडयर का सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट
केंद्र सरकार की ओर से जारी आंकड़े देखें तो यूपी में से कारपेट और फुटवियर सबसे ज्यादा निर्यात हुआ। पिछले साल 247.63 करोड़ की कारपेट निर्यात की गई थीं, इस साल 744.15 करोड़ का निर्यात हुआ। वहीं पिछले साल 147.4 करोड़ के फुटवियर का निर्यात हुआ था, वह इस साल 742.47 करोड़ रहा।
किन उत्पादों का कितना निर्यात
इसी तरह लेदर के पर्स, बैग और दूसरे उत्पाद 493.80 के निर्यात हुए जबकि यह पिछले साल सिर्फ 79.21 करोड़ ही था। पिछले साल 26.19 करोड़ के खिलौने निर्यात किए गए थे, इस साल 120.83 करोड़ के खिलौनों का एक्सपोर्ट किया गया। पिछले साल कॉटन और सिल्क का 72.87 करोड़ का निर्यात हआ। कपड़ों का 328.60 करोड़ का, फोटो फ्रेम और लकड़ी के बने आर्टिफिशन प्रॉडक्ट्स 433.81 करोड़ के निर्यात किए गए।
इन उत्पादों की मांग ज्यादा
अधिकारियों की मानें तो लकड़ी, जूट, सिल्क और कारपेट के बने पारंपरिक उत्पादों की मांग यूएस और यूरोपियन देशों में ज्यादा है। ये पारंपरिक उत्पाद लखनऊ, कानपुर, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, वाराणसी, भदोही और गोरखपुर में बनते हैं। इसकी डिमांड नेपाल, बांग्लादेश और साउथ एशियन कंट्रीज में ज्यादा है।

सांकेतिक चित्र
Source link