उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में पुलिस की पिटाई से हुई कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता (Manish Gupta) की मौत का खुलासा बहुत जल्द हो सकता है। गोरखपुर पहुंची कानपुर की SIT टीम ने वारदात की परतों को हटाना शुरू कर दिया है। पहले दिन की ही जांच में SIT के हाथ एक नहीं, बल्कि कई ऐसे अहम सुराग लगे हैं, जिससे जल्द ही इस मामले में बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है।
शनिवार रात 11 बजे तक इस मामले की परत खोलने पहुंची कानपुर SIT रविवार सुबह से ही जांच में जुटी हुई है। SIT की अलग-अलग टीमें एक साथ होटल कृष्णा पैलेस, मानसी हास्पिटल और बीआरडी मेडिकल कॉलेज (BRD Medical College) में इस मामले की पड़ताल कर रही है। वहीं, खबर यह भी आ रही है कि यह केस CBI के टेकओवर करने से पहले ही इस मामले में कानपुर पुलिस SIT की रिपोर्ट पर जल्द ही बड़े खुलासे हो सकते हैं। SIT चीफ और कानपुर के एडिशनल पुलिस कमिश्नर आनंद कुमार तिवारी ने बताया कि हमारी कई टीमें इस दिशा में काम कर रही हैं। फिलहाल इतनी जल्दी इस मामले में कुछ भी कहना उचित नहीं होगा, अगर सभी का सहयोग मिला तो उम्मीद है कि जल्द ही हमारी टीम इस मामले से जुड़े सभी तथ्यों का जुटाकर मौत का राजफाश कर देगी।
होटल कर्मचारी के बयान खोलेंगे राज
दूसरी ओर अभी टीम यह पता करने की कोशिश में जुटी है कि किसके दबाव में होटल कर्मचारी आदर्श पांडेय ने घटना के तत्काल बाद ही होटल से मनीष के खून के धब्बों को साफ कर दिया था, जबकि सीसीटीवी फुटेज और अस्पताल की टाइमिंग ही अब पुलिस वालों के गले की फांस बन रही है। इतना ही नहीं, SIT की सीन रिक्रीएट करने के दौरान भी गिरकर इतनी गंभीर चोटें लगने की बात फिलहाल सामने नहीं आ रही है, जबकि बेंजाडीन टेस्ट में पुलिस ने जमीन की सतह के मिटाए गए सबूत भी SIT ने जुटा लिए हैं। होटल में एक नहीं, बल्कि कई जगहों से मिटाए गए खून के धब्बे बेंजाडीन टेस्ट में सामने आए हैं।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही निकल चुका था काफी खून
इन सबके अलावा मानसी अस्पताल के डॉक्टर पंकज दीक्षित ने भी इस मामले में बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि घटना वाली रात करीब 12.30 से एक बजे के बीच पुलिस एक घायल को लेकर पहुंची थी। पुलिस ने कहा था कि चेकिंग के दौरान एक युवक घायल हो गया है। इसकी मरहम-पट्टी कर दीजिए। चेकअप के दौरान ही मरीज का बीपी (ब्लड प्रेशर) और पल्स नहीं मिल रहा था। डॉक्टर ने बताया कि ऐसे में हमने तत्काल बीआरडी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। डॉक्टर पंकज दीक्षित ने साफ तौर पर कहा है कि घायल के अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसके शरीर से काफी अधिक खून निकल चुका था। शायद इसी वजह से उसकी पल्स और बीपी हमें नहीं मिली।

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