Uttar Pradesh

mahila rojgar sevak news: Deoria News: शादी के बाद भी बरकरार रहेगी महिला रोजगार सेवकों की नौकरी, होगा समायोजन – female rojgar sevak will be continue job after marriage

देवरिया
महिला रोजगार सेवकों के लिए अच्छी खबर है। शादी से पहले युवती अगर मायके में रोजगार सेवक बन गई है तो शादी के बाद भी उसकी नौकरी बरकरार रहेगी। शासन के नए नियम के मुताबिक, ससुराल में उसे रोजगार सेवक बनाया जाएगा। अगर ससुराल के गांव में जगह खाली नहीं है तो अगल-बगल के गांवों में रिक्त पड़े रोजगार सेवक के पद पर उसे तैनाती दी जाएगी, जबकि इसके पूर्व शादी से पहले मायके में नियुक्त हुई महिला रोजगार सेवक को शादी के बाद भी मायके में ही रहकर काम करना पड़ता था।

जिले में कुल 695 रोजगार सेवक तैनात हैं। इनमें करीब तीन सौ महिलाएं हैं। इनमें दो सौ महिलाएं ऐसी हैं, जिन्हें शादी से पहले मायके में ही रोजगार सेवक की नौकरी मिल गई थी। शादी के बाद उन महिलाओं को नौकरी बचाने के लिए तुरंत मायके लौटना पड़ता था। जिस गांव में रोजगार सेवक की तैनाती हुई है, उसी गांव में नौकरी करने का नियम था। जिसकी वजह से शादी के बाद उन्हें काफी परेशानियां उठानी पड़ती थीं। ऐसी कई महिलाओं को शादी के बाद ससुराल की जिम्मेदारियों के चलते नौकरी छोड़नी भी पड़ती थी, लेकिन अब नए नियम से इन महिलाओं को काफी राहत मिलेगी।

शादी के बाद ससुराल में हो जायेगा समायोजन
महिला रोजगार सेवकों की इन मुसीबतों को देखते हुए सरकार ने विशेष सहूलियत देने का फैसला लिया है। नए नियम के मुताबिक, शादी से पहले मायके में रोजगार सेवक बनी महिलाओं की नौकरी ससुराल के गांव में समायोजित की जाएगी। अगर ससुराल में रोजगार सेवक का पद रिक्त नहीं होगा तो आसपास के गांवों में उन्हें तैनाती दी जाएगी। शासन के इस नए आदेश से महिलाओं को काफी सहूलियत मिलेगी।

ये है योग्यता
बता दें कि रोजगार सेवक के पद पर एक साल के लिए संविदा पर नियुक्ति का नियम है। इसके लिए 6 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय तय है और शैक्षिक योग्यता इंटरमीडिएट है। उम्र कम से कम 18 साल और अधिकतम 40 साल तक होनी चाहिए, जबकि आवेदक उसी गांव का निवासी भी होना चाहिए।
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प्रभारी डीसी मनरेगा विजय शंकर राय ने बताया कि शासन के नए नियम से महिलाओं को काफी राहत मिलेगी। महिला रोजगार सेवकों को सहूलियत देते हुए उनके ससुराल या आसपास के गांवों में ही समायोजित किया जाएगा।


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