Lakhimpur Kheri Violence: Lakhimpur Violence: तीन गाड़ियां मेरे पिता को रौंदकर चली गईं, बेटे के चेहरे पर धारदार हथियार के घाव… लखीमपुर हिंसा में मृतकों के परिजन का दर्द – kin of deceased mourns in lakhimpur kheri violence express feelings

हाइलाइट्स
- लखीमपुर खीरी हिंसा में परिजन का हाल-बेहाल
- नानपारा के दलजीत सिंह के घर में पसरा मातम
- शुभम मिश्र के पिता ने कहा- सब कुछ लुट गया
लखीमपुर हिंसा में जान गंवाने वाले किसानों के घर पूरे दिन मातम पसरा रहा। रह-रहकर रोने चीखने के आवाजें उठती रहीं। रिश्तेदारों के आने जाने का सिलसिला दिनभर बना रहा। राजनीतिक पार्टियों समेत किसान नेताओं को मृतक किसान के गांव में जाने से पुलिसकर्मी रोकते देखे गए।
बहराइच के नानपारा निवासी मृतक दलजीत सिंह के बेटे राजदीप सिंह ने बताया कि पिता किसानों के हित के लिए संघर्ष करते थे। शनिवार सुबह बाइक से लखीमपुर गए थे। वहां उनकी हत्या कर दी गई। राजदीप ने बताया कि पिता के साथियों ने बताया कि तीन गाड़ियां आईं और कई लोगों को रौंदती चली गईं।
‘बेटे के चेहरे पर धारदार…’
लखीमपुर के मोहल्ला शिवपुरी निवासी विजय मिश्र ने बताया कि उनके बेटे शुभम मिश्र के चेहरे पर धारदार हथियार से घाव थे। वह शिवपुरी वॉर्ड का बीजेपी मंडल अध्यक्ष था। रोते हुए विजय ने बताया कि मेरा तो सबकुछ लुट गया। उन्होंने सरकार से मांग की कि दोषियों को फांसी की सजा दी जाए।
पुलिस-प्रशासन की चौकसी
बंजारन टांडा के किसान दलजीत सिंह के घर के आस-पास वाले लोगों का कहना है कि दलजीत बटाईदार किसान था। वह गांव के ही कुछ लोगों के खेत बटाई पर लेकर खेती करता है। अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नानपारा संजय कुमार सिंह के साथ बंजारन टांडा गांव का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
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दलजीत के परिवारीजन ने बताया कि शव का पोस्टमॉर्टम हो गया है। सुबह से ही प्रशासन ने मृतक के रिश्तेदारों को छोड़कर गांव आने जाने वाले अन्य लोगों पर कड़ी नजर रखी। गौरतलब है कि रविवार को भड़की हिंसा में कई लोगों की मौत हो गई। वहीं कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया।

फाइल फोटो
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