Uttar Pradesh

Kanpur News: एक लिफाफे ने खोल दिया बुजुर्ग की सुसाइड का राज, जेके कॉटन मिल में करते थे नौकरी – an envelope opened secret of suicide of elderly jk used to work in cotton mill

कानपुर: यूपी के कानपुर में एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। बुधवार को 72 वर्षीय हृदय नारायण श्रीवास्तव ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। सभी के मन में यही सवाल उठ रहे थे कि बुजुर्ग ने सुसाइड क्यों किया? एक लिफाफे ने हृदय नारायण की मौत से पर्दा उठा दिया। दरअसल, हृदय नारायण ने सुसाइड करने से पहले अपने परिचित को एक बंद लिफाफा दिया था और कहा था कि इसमें जरूरी कागज हैं, संभाल कर रखना, जब मैं वापस लौट कर आउंगा तो ले लूंगा। हृदय नारायण की मौत के बाद उनके परिचित जैन साहब ने लिफाफा खोला तो मौत का राज खुल गया।

कमला क्लब स्थित बंगला नंबर 43 में रहने वाले हृदय नारायण श्रीवास्तव जेके कॉटन मिल में नौकरी करते थे। परिवार में पत्नी उर्मिला, दो बेटों अमित, सौरभ और बहुओं के साथ रहते थे। हृदय नारायण श्रीवास्तव जेके कॉटन मिल में तीनों शिफ्टों में स्टिलिंग इंचार्ज थे। हृदय नारायण श्रीवास्तव को मिल प्रबंधन की तरफ से पेमेंट के 30 लाख रुपये नहीं दिए गए थे। बुजुर्ग को प्रबंधक और सुरक्षा अधिकारी प्रताड़ित करते थे। जिसकी वजह से हृदय नारायण श्रीवास्तव डिप्रेशन में थे।

सुसाइड नोट से हुआ खुलासा
हृदय नारायण श्रीवास्तव के सुसाइड नोट से खुलासा हुआ है कि प्रबंधक संजय दुबे और सुरक्षा अधिकारी बीते कई वर्षों से प्रताड़ित कर रहे थे। हृदय नारायण का परिवार कमला क्लब स्थित बंगला नंबर 43 में रहता था। प्रबंधक संजय दुबे और सुरक्षा अधिकारी रवींद्र सिंह बंगला खाली कराने का दबाव बनाते थे। बुजुर्ग परिवार समेत जिस बंगले में रहते थे, 2021 में उसके बिजली और पानी का कनेक्शन कटवा दिया गया था। हृदय नारायण ने कड़ी मशक्कत के बाद पानी और बिजली का कनेक्शन चालू कराया था, लेकिन इसी बीते 14 जुलाई को पानी-बिजली का कनेक्शन दोबारा काट दिया गया था, जिसकी वजह से हृदय नारायण परेशान चल रहे थे।

सुसाइड के बाद पानी-बिजली का कनेक्शन जोड़ा
हृदय नारायण श्रीवास्तव के बेटे ने बताया कि बीते बुधवार को पिता ने जरीब चौकी रेलवे क्रासिंग पर ट्रेन के आगे कूद कर जान दे दी। पहले उनकी पहचान नहीं हो पाई थी, लेकिन बात में शिनाख्त हो गई थी। पिता को 30 लाख रुपये वेतन कई साल से नहीं मिला है। जिसकी वजह से परेशान रहते थे। सुसाइड के बाद प्रबंधक संजय दुबे और सुरक्षा अधिकारी रवींद्र सिंह ने बिजली-पानी के कनेक्शन को जोड़ दिया है, ताकि दोनों पर किसी तरह की आंच न आए।

वहीं, फजलगंज थाना प्रभारी देवेंद्र दुबे के मुताबिक, प्रबधंक और सुरक्षा अधिकारी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है। दोनों की तलाश की जा रही है। एफआईआर दर्ज होने के बाद से दोनों फरार हैं।
इनपुट- सुमित शर्मा

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