पड़ोसियों ने पत्नी को दी मौत की सूचना
मृतक आशीष के पिता राम कुमार ने बताया कि बीते बुधवार को आशीष कहीं दिख नहीं रहा था। जब उसके कमरे में जाकर देखा तो दोनों के शव फंदे से लटक रहे थे। इसके बाद डयोढ़ी घाट में दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया था। इसी बीच पड़ोसियों ने घटना की सूचना आशीष की पत्नी नीरू को दे दी।
बच्चे के शव को निकलवाया बाहर
शुक्रवार को नीरू पिता लाखन सिंह और भाइयों के साथ ससुराल पहुंची, उसने पति के बारे में सास, ससुर और देवर से पूछा तो सभी गोलमोल जवाब देने लगे। इसके बाद नीरू थाने पहुंची और पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया। पुलिस ने जिलाधिकारी के आदेश पर एसीएम प्रथम राजेश कुमार की निगरानी में बच्चे के शव को बाहर निकलवाया गया। बच्चे के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
पत्नी ने ससुरालपक्ष लगाया हत्या का आरोप नीरू ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया है। पत्नी ने बताया कि आशीष नशे का लती था। इस लिए मकान में बटवारा चाहती थी। जिसकी वजह से ससुराल वाले मारपीट करते थे। ससुराल वालों ने बेटे और पति की हत्या करने के बाद मुझे और पुलिस को सूचना दिए बगैर अंतिम संस्कार कर दिया। नीरू का आरोप है कि सास, ससुर, नंद, नंदोई और दोनों देवर वारदात में शामिल हैं।
पुलिस ने मृतक पर दर्ज की एफआईआर
नीरू ने हनुमंत विहार पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतक की पत्नी का कहना है कि हत्या के मामले में सास, ससुर, नंद, नंदोई और देवर के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया था। पुलिस ने मूत्र शिकायती पत्र की जगह पति के खिलाफ तहरीर लिखवाकर रिपोर्ट दर्ज कर ली। नीरू का अरोप था कि सास, ससुर, नंद मारपीट करते थे। देवर बुरी नियत रखता था। पति विरोध करता था, तो उसके साथ मारपीट करते थे। इसकी वजह से बड़ी बेटी के साथ मायके में जाकर रहने लगी थी।
रिपोर्ट – सुमित शर्मा