उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में रहस्यमयी बुखार का कहर जारी है। शिवपुरा इलाके के मोतीपुर ग्रामसभा में कुछ दिनों पहले 7 मासूमों सहित 9 लोगों की मौत हो गई थी। अब इसी इलाके के गोकुली गांव में यह बीमारी फैल गई है। इसकी वजह से एक ही परिवार के दो बच्चों सहित कुल चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को कैंप करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, गांव वाले इसे दैवीय प्रकोप समझकर इलाज करवाने से कतरा रहे हैं और झाड़-फूंक के चक्कर में पड़े हुए हैं।
गोकुली गांव में उल्टी-दस्त और बुखार के कारण एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत का मामला सामने आया है। सूचना के बाद एसीएमओ डॉ एके सिंघल ने गांव जाकर ग्रामीणों से बीमारी के बारे में जानकारी ली व उन्हें समय से इलाज करवाने के कहा। मृतकों में सुमन (25), शालिनी (03) रजनी मैकूलाल (07) और कंचना (70) शामिल हैं।
दूषित पानी बन रहा है कारण
एसीएमओ डॉ. सिंघल का कहना है कि इन सभी की मौत उल्टी-दस्त के कारण हुई है। उन्होंने कहा कि गांव में लगे इंडिया मार्का हैंडपंप व निजी हैंडपंपों से जो पानी आ रहा है, वह हो सकता है दूषित हो। इस कारण लोगों में बीमारियां पैदा हो रही हैं। उन्होंने ग्रामीणों द्वारा दूषित खाना खाने और बीमारी का सही समय पर इलाज न कराना भी मौतों का संभावित कारण माना है।
स्थानीय अधिकारियों को निर्देश
एसीएमओ डॉ एके सिंघल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि गांवों का दौरा कर ऐसे मरीजों को चिन्हित करें, जिन्हें उल्टी-दस्त, बुखार जैसे लक्षण आ रहे हैं। उनका जांच करवाकर इलाज की व्यवस्था की जाए।
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