यूपी पुलिस की वर्दी पर एक बार फिर से आरोप लगा है। गोरखपुर में कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर की पीट-पीटकर हत्या का मामला ठंडा नहीं पड़ा था कि अब संत कबीर नगर में एक व्यापारी को पीटने का आरोप लगा है। व्यापारी गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। घरवालों का आरोप है कि पुलिस उन्हें घर से उठा ले गई और पीटकर अधमरा कर दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी भी दी। इस मामले को लेकर अखिलेश यादव ने भी सरकार को निशाने पर लिया है।
संत कबीर नगर में बुधवार को जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में आपस में मारपीट हुई थी। घरवालों का आरोप है कि पुलिस शैलेंद्र वर्मा को घर के बाहर से उठा ले गई और थाने में जमकर पीटा। भाई सुधीर ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शैलेंद्र को लाठियों से पीटा। उसके शरीर से खून बहने लगा और वह बेसुध हो गया।
घरवालों का आरोप
सुधीर ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी भी दी। पुलिस ने अपनी वर्दी खुद फाड़ ली, बिल्ले नोंचे और उन लोगों पर फर्जी केस दर्ज करने की धमकी दी। आरोप है कि पुलिस ने यहां तक कहा कि वह अपनी जीप में आग लगा लेंगे और उन लोगों पर आरोप लगा देंगे।
पुलिस की सफाई
वहीं पुलिस का कहना है कि आपसी विवाद के बाद दोनों पक्ष धनघटा थाने पर पहुंचे। यहां पर दोनों आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों के बीच बचाव करने के दौरान ड्यूटी के दौरान तैनात एक सिपाही को भी चोट लग गई। एक पक्ष के युवक को ज्यादा चोट लगी, जिसे सीएचसी मलौली ले जाया गया, जहां से जिला अस्पताल और फिर वहां से गोरखपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया।
अखिलेश यादव का हमला
इस घटना पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करके सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘संत कबीर नगर में थाने में बंद व्यापारी के साथ बर्बरता गोरखपुर कांड की पुनरावृत्ति है। इसमें अच्छे-से-अच्छा इलाज और सच्ची जांच हो। इससे यूपी के कारोबारी भयभीत हैं। इससे यूपी में कारोबारी माहौल और होटल व्यवसाय पर बहुत ख़राब असर पड़ा है। भाजपा ने उप्र को भय-युक्त कर दिया है।’
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