हाइलाइट्स
- लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर घिरे में बीजेपी सांसद अजय मिश्रा टेनी ने अपनी सफाई दी
- खीरी सांसद ने कहा कि वह और उनका बेटा आशीष मिश्रा घटनास्थल से 4 किमी दूर थे
- बीजेपी सांसद ने आरोप लगाया कि आंदोलन कमजोर पड़ गया इसलिए साजिश रची गई
लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर विवादों के घेरे में आए बीजेपी सांसद और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखी। उन्होंने अपने बेटे (आशीष मिश्रा) और घटना के आरोपी आशीष मिश्र मोनू के घटनास्थल पर होने से साफ तौर पर इनकार किया। अजय मिश्रा ने कहा कि अगर उनका बेटा घटनास्थल पर होता तो वह भी जीवित नहीं बच पाता। बीजेपी सांसद ने पूरी घटना को साजिश करार देते हुए कहा कि आंदोलन कमजोर पड़ रहा है इसलिए इसे रचा गया।
पत्रकार वार्ता में अजय मिश्रा ने कहा, ‘जिस तरह मानवता रहित होकर उन लोगों ने हरकत की है, मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि मेरा बेटा वहां होता तो वह भी जीवित नहीं बच पाता। मुझे इसके पीछे साजिश लगती है, हो सकता है उन्होंने मेरी गाड़ी को इसलिए निशाना बनाया हो क्योंकि उन्हें लगा हो कि मेरा बेटा गाड़ी के अंदर है।’
बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजनों को 50 लाख रुपये की मांग
अजय मिश्रा ने कहा, ‘हमारे कार्यकर्ता जो घटना में मारे गए, उनके परिजनों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा मिले। घटना की कोई भी जांच हो सीबीआई, एसआईटी या फिर मौजूदा या रिटायर्ड जज की निगरानी में हो। सबूत सामने आए और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो।’
Video: लखीमपुर खीरी की आग के पीछे केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी का ये भाषण
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा, ‘राकेश टिकैत लगातार देश में अस्थिरता फैलाने का काम कर रहे हैं। उनका प्रयास एक साल से जारी है। वह हर घटना का राजनीतिकरण करते हैं। सबसे पहले उन्हीं पर एफआईआर होनी चाहिए जिस तरह की घटना उन्होंने की है और सुप्रीम कोर्ट ने भी उसपर संज्ञान लिया है। सुप्रीम कोर्ट की हालिया टिप्पणी जो आई है उसे भी देखना चाहिए।
‘एफआईआर का कोई औचित्य नहीं है’
अजय मिश्रा टेनी ने कहा , मैं और मेरा बेटा घटनास्थल से 4 किमी दूर थे और पुलिस इस बात की गवाह है। हमारा रूट डायवर्ट कर दिया गया, जिस रास्ते में प्रदर्शन हो रहा था, उससे अलग रास्ते पर ले जाया गया। कार्यक्रम 11 बजे शुरू हुआ था, जब यह घटना हुई जो हमने इसे जल्द खत्म कराया।’ एफआईआर को लेकर अजय मिश्रा ने कहा, ‘इसका कोई औचित्य नहीं हैं गलत तथ्यों से पर हुई होगी, जो वीडियो सामने आए हैं उसमें लाठी-डंडों से प्रहार हुआ है। हमारे कार्यकर्ता खून से लहुलूहान हैं। दर्दनाक वीडियो हैं।’
एक वीडियो में आशीष मिश्रा रिवॉल्वर लिए दिख रहे हैं, जिस पर अजय मिश्रा ने सफाई दी कि ‘कार्यक्रम स्थल पर न कोई किसान था न लोग थे, अगर वह रिवाल्वर लिए होंगे तो वह लाइंसेसी थी और अपनी सुरक्षा के लिए रखी होगी।’

अजय मिश्रा टेनी की प्रेस कॉन्फ्रेंस
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