‘अखिलेश को अब हमारे (मुसलमानों के) कपड़ों से भी बदबू आती है’
गौरतलब है कि फसाहत शानू ने 10 अप्रैल को सपा मुखिया के खिलाफ बयान दिया था। कहा था उन्हें आजम की फिक्र नहीं हैं। जेल से रिहाई को कुछ नहीं किया गया। सिर्फ मुसलमानों का वोट इनको चाहिए। अखिलेश को अब हमारे (मुसलमानों के) कपड़ों से भी बदबू आती है। कहा कि अब्दुल (मुस्लिम) ही दरी बिछाएगा। अब्दुल (मुस्लिम) ही वोट देगा और अब्दुल (मुस्लिम) ही जेल जाएगा, लेकिन मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव बनेंगे। उनके इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई।
आजम खां से मिले थे कई नेता
आजम खां के सपा छोड़ने के कयास लगाए जाने लगे थे। इस बयान के फौरन बाद सपा से गठबंधन करने वाले राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने आजम खां के घर रामपुर जाकर उनकी पत्नी और विधायक बेटे से मुलाकात की थी। अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव भी आजम खां से जेल में मिले थे। कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम भी आजम खां से भी मिले थे और परिजनों से भी। आजाद समाज पार्टी के नेता भी मिले थे।
एआईएमआईएम के नेता ने आजम को अपनी पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया था। इसी बीच जेल में मिलने पहुंचे सपा के प्रतिनिधिमंडल से आजम नहीं मिले थे। शुक्रवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने आजम खां के पक्ष में बयान दिया। कहा कि आजम को जेल में रखना प्रदेश सरकार की ज्यादती है।
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