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मुख्यमंत्री ने प्रदेश में जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया

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मुख्यमंत्री ने प्रदेश में जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया
दिवंगत व्यक्तियों के परिजनों को अनुमन्य
राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के निर्देश
लखनऊ :  
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने प्रदेश में डूबने, सर्पदंश तथा अतिवृष्टि से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत व्यक्तियों के परिजनों को अनुमन्य राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के अनुसार प्रदेश में विगत 24 घण्टों में डूबने से 10, सर्पदंश से 02 तथा अतिवृष्टि से 01 जनहानि हुई हैं। इनमें डूबने से जनपद रामपुर में 05, हरदोई में 04, फर्रुखाबाद में 01, सर्पदंश से जनपद बांदा एवं गाजीपुर में 01-01 तथा अतिवृष्टि से जनपद मैनपुरी में 01 जनहानि हुई है।
विगत 24 घण्टे में प्रदेश में 0.2 मि0मी0 वर्षा दर्ज की गयी है, जो सामान्य वर्षा से 9.8 मि0मी0 के सापेक्ष 02 प्रतिशत है। 01 जून, 2023 से अब तक 260.7 मि0मी0 औसत वर्षा हुई, जो सामान्य वर्षा 266.2 मि0मी0 के सापेक्ष 98 प्रतिशत है। प्रदेश के 15 जनपदों में अत्यधिक वर्षा (60 प्रतिशत अधिक), 07 जनपदों में अधिक वर्षा (20 से 59 प्रतिशत अधिक), 21 जनपदों में सामान्य वर्षा (सामान्य से 20 प्रतिशत कम या 20 प्रतिशत अधिक वर्षा), 27 जनपदों में कम वर्षा (20 से 59 प्रतिशत कम) तथा 05 जनपदों में अत्यधिक कम वर्षा (60 से 99 प्रतिशत कम) दर्ज की गयी है।
राहत आयुक्त ने वर्षा की स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि विगत 24 घण्टे में प्रदेश के किसी भी जनपद में 30 मि0मी0 या उससे अधिक वर्षा दर्ज नहीं की गयी है। प्रदेश के सभी तटबन्ध सुरक्षित हैं। कहीं भी किसी प्रकार की चिन्ताजनक परिस्थिति नहीं है।
सिंचाई विभाग के अनुसार प्रदेश में गंगा नदी जनपद बदायूं व फर्रुखाबाद में तथा यमुना नदी जनपद मथुरा में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है। वर्तमान में प्रदेश के 13 जनपदों के 385 गांव बाढ़ से प्रभावित है। प्रदेश में वर्षा से प्रभावित जनपदों में सर्च एवं रेस्क्यू हेतु एन0डी0आर0एफ0-07, एस0डी0आर0एफ0-05 तथा पी0ए0सी0-08 की कुल 20 रेस्क्यू टीमें कार्यरत हैं।
राज्य में अब तक कुल 9,583 ड्राई राशन किट, 98,098 लंच पैकेट तथा साथ ही 1,250 डिगनिटी किट भी वितरित किए गए हैं । प्रदेश में अब तक 792 बाढ़ शरणालय, 144 पशु शिविर जिसमें चारे आदि की पर्याप्त व्यवस्था तथा 1,52,743 पशु टीकाकरण, 413-बाढ़ चौकियाँ, 284-मेडिकल टीम गठित/स्थापित की गई है। इसके अतिरिक्त 116 नावों को भी बचाव राहत कार्यों हेतु उपयोग में लाया गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगभग 2,000 गौशालाओं के 3,72,643 जानवरों एवं अन्य जानवरों  हेतु भी  पर्याप्त चारे की व्यवस्था की गई है। प्रदेश के समस्त संवेदनशील जनपदों में राहत चौपाल का आयोजन किया जा रहा है।

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