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मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सेमीकंडक्टर नीति तैयार करने के निर्देश दिये

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मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सेमीकंडक्टर नीति तैयार करने के निर्देश दिये
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सेमीकंडक्टर नीति तैयार करने के निर्देश दिये
 
तेजी से बदलते आज के तकनीक प्रधान युग में सेमीकंडक्टर की बड़ी भूमिका
 
वैश्विक सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम का एक व्यापक क्षेत्र, इसमें अपार संभावनाएं
 
सेमीकंडक्टर क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए भारत सरकार द्वारा
10 बिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रोत्साहन परिव्यय दिए जाने का निर्णय लिया गया
 
सेमीकंडक्टर विनिर्माण सेवाओं जैसे सेमीकंडक्टर फैब, डिस्प्ले फैब्स,
कम्पाउण्ड सेमीकंडक्टर के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा, प्रदेश सरकार
को इस सम्बन्ध में अपनी आकर्षक नीति घोषित करनी चाहिए
 
यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के दौरान इस सेक्टर के सम्बन्ध
में उत्साहजनक प्रस्ताव भी मिले, हमें इन अवसरों का लाभ लेना चाहिए
 
वैश्विक सेमीकंडक्टर निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अपनी नीति
में वित्तीय और गैर वित्तीय प्रोत्साहन संवितरण का प्राविधान
करने वाला उ0प्र0 देश में तीसरा राज्य होगा
 
नीति को तैयार करते समय इस सम्बन्ध में अन्य राज्यों की नीतियों का
आकलन करें, इस सेक्टर के विशेषज्ञों/स्टेक होल्डर्स से भी परामर्श करें

लखनऊ:  

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने   अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश की सेमीकंडक्टर नीति तैयार करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तेजी से बदलते आज के तकनीक प्रधान युग में सेमीकंडक्टर की बड़ी भूमिका है। अनुमान के मुताबिक वैश्विक सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम का वित्तीय वर्ष 2022 में राजस्व 950 बिलियन डाॅलर से अधिक का है। निश्चित रूप से यह एक व्यापक क्षेत्र है। इसमें अपार संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेमीकंडक्टर चिप सेक्टर ने विगत 02 वर्षों से 500 बिलियन डालर से अधिक निवेश करने की घोषणा की है। विभिन्न प्रतिष्ठित कम्पनियों ने फैब इकाइयों के स्थापना की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेमीकंडक्टर क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए भारत सरकार द्वारा 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रोत्साहन परिव्यय दिए जाने का निर्णय लिया गया है। सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम के लिए फैब इकाइयों, मिश्रित सेमीकंडक्टर, आउटसोर्स सेमीकंडक्टर, असेंबली और टेस्ट इकाइयों, परीक्षण और पैकेजिंग इकाइयों का होना बेहतर इकोसिस्टम बनाता है। हमें भी ऐसा परिवेश तैयार करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा सेमीकंडक्टर विनिर्माण सेवाओं जैसे सेमीकंडक्टर फैब, डिस्प्ले फैब्स, कम्पाउण्ड सेमीकंडक्टर के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार को इस सम्बन्ध में अपनी आकर्षक नीति घोषित करनी चाहिए। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के दौरान इस सेक्टर के सम्बन्ध में उत्साहजनक प्रस्ताव भी मिले हैं। हमें इन अवसरों का लाभ लेना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक सेमीकंडक्टर निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अपनी नीति के अन्तर्गत वित्तीय और गैर वित्तीय प्रोत्साहन संवितरण का प्राविधान होना चाहिए। ऐसा करने वाला उत्तर प्रदेश देश में तीसरा राज्य होगा। नई नीति में भारत सरकार द्वारा अनुमोदित पूंजीगत उपादान पर अतिरिक्त पूंजी उपादान भी दिया जाना चाहिए। भूमि की खरीद/पट्टे पर पर स्टाम्प शुल्क में छूट का प्रावधान भी हो। इसी प्रकार, विद्युत शुल्क में छूट, नेट एस0जी0एस0टी0 प्रतिपूर्ति, दोहरी पावर ग्रिड नेटवर्क ट्रांसमिशन, और व्हीलिंग शुल्क, कौशल विकास और प्रशिक्षण, पेटेंट, जलापूर्ति, पॉवर बैकिंग तथा अनुसंधान एवं विकास सहायता के लिए नीति में स्पष्ट प्रावधान किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नीति को तैयार करते समय इस सम्बन्ध में अन्य राज्यों की नीतियों का आकलन भी करें। इस सेक्टर के विशेषज्ञों/स्टेक होल्डर्स से भी परामर्श करें।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री योगेन्द्र उपाध्याय, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अरुण कुमार सक्सेना एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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