यूपी में हड़ताल से बिजली कटौती हो रही है। इससे लोगों का काफी दिक्कत हो रही है। वहीं, सोनभद्र की ओबरा और अनपरा बिजपी परियोजना में उत्पादन आधा हो गया है।
दर्ज कराया मुकदमा
विद्युत उत्पादन निगम अनपरा और ओबरा के अधिशासी अभियंताओं ने क्रमशः 24 और 25 बिजली कर्मियों के नेताओं के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया है। अनपरा बिजली उत्पादन परियोजना के अभियंता आलोक सिन्हा शशि ने 24 बिजलीकर्मियों के नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। यह सभी बिजली परियोजना में विभिन्न कर्मचारी संगठनों के नेता भी हैं। इसी तरह ओबरा बिजली उत्पादन परियोजना के अधिशासी अभियंता ज्ञानेंद्र नाथ मिश्रा ने 25 बिजली कर्मियों के नेताओं के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया है। दोनों अभियंताओं का कहना है कि न सिर्फ बीती 16 मार्च से हड़ताल की, जोकि अवैध थी और इस पर हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी थी। इसके बावजूद भी उन्होंने कर्मचारियों को हड़ताल के लिए उकसाया और काम करने से भी रोका। पुलिस ने दोनों ही अधिशासी अभियंताओं की तहरीर पर आरोपी बिजलीकर्मियों के नेताओं के खिलाफ आईपीसी के धारा 342,506 ,आवश्यक सेवाओ का अनुरक्षण अधिनियम की धारा 4,5 और छह के साथ- साथ 7 सीएलए एक्ट एक तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
हड़ताल के बाद अनपरा और ओबरा परियोजना से बिजली उत्पादन में आई है खासी कमी
ओबरा और अनपरा बिजली उत्पादन परियोजनाओं में कर्मचारियों की हड़ताल के बाद बिजली उत्पादन खासा प्रभावित हुआ है। ओबरा और अंतर बिजली उत्पादन परियोजनाओं के अधिशासी अभियंताओं ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि अनपरा बिजली परियोजना में 210 मेगावाट की दो परियोजनाएं बंद हो गई हैं। वहीं, ओबरा बिजली परियोजना का बिजली उत्पादन आधी क्षमता पर पहुंच गया है। 200 मेगावाट की दो इकाइयां हड़ताल के बाद से ठप हो गई हैं। साथ ही साथ अन्य कार्य भी बाधित हुआ है। ऐसे में आवश्यक वस्तु का संरक्षण अधिनियम लागू होने के बावजूद भी कर्मचारी नेताओं ने इसका उल्लंघन किया है और लोगों को काम पर जाने से रोका है। इसके खिलाफ ओबरा और अनपरा थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
आसपास के शहरों की खबरें
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
Source link