
प्रतीकात्मक फोटो।
नई दिल्ली:
रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि सेना 556 ऑगमेंटेड रियलिटी हेड माउंटेड डिस्प्ले (एआरएचएमडी) प्रणाली की खरीद की प्रक्रिया में है। सीआरएचएमडी के जरिए कंधा से छोड़ने वाले मिस सिस्टम और जेडयू हथियार सिस्टम जैसी जमीन आधारित वायु रक्षा हथियारों की प्रणाली में क्षमता होती है। इसके संचालक को मूलांक और ‘थर्मल इमैंजिंग’ के माध्यम से फोटो मिलते हैं। इन उपकरणों के माध्यम से सैनिकों के रात के समय और प्रतिकूल मौसम के समय लक्ष्य साधने की क्षमता में वृद्धि होगी।
यह भी पढ़ें
बयान में कहा गया कि भारतीय सेना ‘मेक-दो’ श्रेणी के तहत 556 और ऑगमेंटेड रियलिटी हेड माउंटेड डिस्प्ले (एआरएचएमडी) सिस्टम की खरीद की प्रक्रिया में है। उपकरण निर्माताओं से मिले जवाब का विश्लेषण करने के बाद 22 फरवरी को छह संपादकों को उपकरण का नमूना तैयार करने के लिए परियोजना मंजूरी आदेश (पीएसओ) जारी किया गया। डीएपीपी 2020 के प्रावधानों के अनुरूप नमूना पाए जाने पर एक कंपनी के साथ अनुबंध किया जाएगा।
एक अन्य बयान में मंत्रालय ने कहा कि मेसर्स सीकोन (एसेलीओएन), विशाखापट्टनम के साथ 19 फरवरी को भारतीय नौसेना ने आठ मिसाइल सह गोला बारूद वाली नौकाओं के निर्माण के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। ये नौकाओं की आपूर्ति जुलाई से शुरू होने वाली है। इन नौकाओं का उपयोग किसी भी मिशन पर मिसाइलों को लाने-ले जाने और गोला-बारूद की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने साझा नहीं किया है। यह सिंडीकेट ट्वीट से सीधे प्रकाशित की गई है।)