मुख्यमंत्री पोर्टल पर बिना जांच कर दिया शिकायत का निस्तारण
एक तरफ केन्द्र और राज्य सरकार सुशासन का दावा कर रहे है। अधिकारियो को जनता के द्वार तक पहुंचने का दावा करने वाले सुशासन को निदेशक भूगर्भ जल विभाग द्वारा पलीता लगाया जा रहा है। जी हॉ सरकार के मंत्री समूह द्वारा कार्यालयों का औचक निरीक्षण लगभग समाप्त कर दिए जाने से अफसर मनमानी पर उतर आए है। नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अन्तर्गत भूगर्भ जल विभाग के एक अधिशासी अभियंता धर्मवीर सिंह राठौर के कार्यालय से अधिकाधिक नदारत रहने की सूचना देते हुए राजेश कुमार ने सीडीओ, डीएम, निदेशक, विभागीय मंत्री और अब मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए उनके खिलाफ जॉच कराकर कर्मचारी अधिकारी आचरण सेवानियमवाली के तह्त कार्यवाही की मांग की गई थी। कई लोगों की गम्भीर शिकायतों के बाद जहॉ एक तरफ निदेशक भूगर्भ जल विभाग ने अपने अधिनस्थ अधिशासी अभियंता की कोई जॉच करने की बजाए जिलाधिकारी को जॉच के आदेश देकर अपना पिंड छुड़ा रहे है। जबकि निदेशक का यह पत्र 29 नवम्बर को लिखा गया और एक माह बाद इस पर कोई कार्रवाई नही हो पाई। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री शिकायत निवारण प्रकोष्ठ पर शिकायत के बाद बिना जॉच ही शिकायत के निस्तारण करा दिया गया है।
नेहरू विहार कल्याणपुर लखनऊ निवासी राजेश कुमार ने राजेश कुमार ने सीडीओ, डीएम, निदेशक, विभागीय मंत्री और अब मुख्यमंत्री से लिखित एवं ईमेल शिकायत के माध्यम से बताया कि विकासभवन तृतीय तल में भूगर्भ जल विभाग खण्ड यांत्रिक में अधिशासी अभियंता धर्मवीर सिंह राठौर महिने में चार या छह दिन ही कार्यालय आते है। इसके अलावा वे बिना सूचना अवकाश हरदोई में रहते है। राजेश कुमार के अनुसार वह जल संचय के सम्बंध में जानकारी लेने के लिए एक अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक नौ दिन लगातार कार्यालय पहुच कर अधिशासी अभियंता से जानकारी लेने पहुचे लेकिन वे इन 21 दिनों में नौ दिन नदारत रहे। यही हाल दिसम्बर माह में उनके कार्यालय से नदारत रहने का रहा है। कार्यालय के स्टाफ से बॉत करने पर पता चला कि वे अधिकत्तर हरदोई में रहते है।उन्होंने यह भी इनके कार्यालय न आने के प्रमाण विकास भवन में लगे सीसीटीवी कैमरे में मिल जाएगा। राजेश कुमार ने एक बार फिर मुख्यमंत्री को इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए उदण्ड और मनमानी कर रहे अधिशासी अभियंता की जॉच कराने की मांग की है।