Monday, September 25, 2023
HomeIndiaश्रीमाधोपुरी बालाजी मंदिर   शिखर प्रतिष्ठा ‌ का शुभारंभ  कलश यात्रा  

श्रीमाधोपुरी बालाजी मंदिर   शिखर प्रतिष्ठा ‌ का शुभारंभ  कलश यात्रा  

नीमच  श्रीमती बादाम बाई धर्मपत्नी स्व. कालूराम जी शर्मा एवं समस्त कांदईया शर्मा परिवार के तत्वावधान में श्रीमाधोपुरी बालाजी एवं भूत भावन भगवान श्री भोलेनाथ मंदिर के शिखर प्रतिष्ठा एवं कलश स्थापना के तीन दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम का शंखनाद  10 जून शनिवार सुबह  कलश यात्रा एवं गणपति मंडल पूजन के साथ हुआ। कलश यात्रा का शुभारंभ माधोपुरी बालाजी मंदिर में कलश जल अभिषेक पूजा अर्चना के साथ हुआ। कलश यात्रा फवारा चौक, रोडवेज बस स्टैंड, लक्कड़पीठा ,प्राइवेट बस स्टैंड होते हुए  माधोपुरी बालाजी मंदिर पहुंचकर धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम में परिवर्तित हो गई। कलश यात्रा में बैंड बाजों पर महादेव और हनुमान के जीवन चरित्र पर आधारित भजनों की स्वर लहरियां बिखर रही थी। महिलाएं लाल परिधानों में मंगल कलश शिरोधार्य किए चलाय मान थी ।  बग्गी में माधोपुरी बालाजी मंदिर पुजारी स्वर्ण कलश लिए विराजित थे। मंदिर परिसर में अक्षत स्वास्तिक की रंगोली व्यास पीठ पर श्रृंगारित की गई। ज्योतिष एवं कर्मकांडीय मानव सेवा परिषद के पंडित दशरथ शास्त्री, मनोहर नागदा ,मनीष शर्मा, दिनेश शर्मा, ओंकार शर्मा आदि विद्वान पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोचार के साथ अमृत जल कलश अभिषेक, ध्वज, अभिषेक हवन पूजा अर्चना करवाई गई। अवसर पर शिखर कलश का पूजन कर धान्यादिवास, प्रायश्चित हवन यज्ञ ,देव पूजन, पत्रादि पुष्पादिवास विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान विधिवत पूर्ण किए गए।
इस अवसर पर
चिरंजी लाल शर्मा, सत्यनारायण शर्मा,घनश्याम शर्मा, विजय शर्मा, प्रवीण शर्मा आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे। महा आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।

सुंदर कांड  व भजन संध्या

शिखर प्रतिष्ठा महोत्सव की पावन श्रृंखला में आज 11 जून रविवार सुबह 9 बजे मंडल पूजन एवं हवन, रात्रि 8 बजे सुंदर कांड एवं भजन संध्या आयोजित होगी,12 जून सोमवार आषाढ़ कृष्ण पक्ष तिथि नवमी विक्रम संवत 2080 दोपहर 12:15 बजे कलश स्थापना दोपहर 12:30 भंडारा प्रसादी का आयोजन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि  66वर्ष पूर्व13 जुलाई 1957 को माधोपुरी बालाजी मंदिर  बादाम बाई धर्मपत्नी स्व. कालूराम शर्मा द्वारा  ही निर्माण करवाया गया था। और जांगिड़ ब्राह्मण समाज की वयोवृद्ध वरिष्ठ समाजसेवी महिला श्रीमती बादाम बाई के द्वारा ही  66 वर्ष बाद पुन: मंदिर के शिखर की प्रतिष्ठा और जीर्णोद्धार का कार्य पुनीत पावन  कर कमलों द्वारा करवाया जा रहा है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments