ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार,
डॉ.वीरेंद्र कुमार सिंह के सेवामुक्त होने पर हिंदी विभाग की तरफ से उनके सम्मान में विभागाध्यक्ष डॉ.सुधा कुमारी ने उन्हें प्रशस्ति पत्र सौंपा। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ.ओ.पी राय ने कहा कि सेवानिवृत्ति होने के बाद जीवन में अधिक सकारात्मकता आती है। डॉ.वीरेंद्र लेखन के क्षेत्र में आगे कार्य करें जिससे छात्रों, शिक्षकों एवं छात्रों को लाभ मिल सके। हम सभी उनकी खुशहाली और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हैं। विश्वविद्यालय के महाविद्यालय निरीक्षक डॉ.प्रमोद कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि डॉ.वीरेंद्र अच्छे शिक्षक के साथ-साथ रचनात्मक लेखक एवं कवि के रूप में भी जाने जाते हैं। वे मुक्त चिंतन के लेखक रहे हैं। सेवा मुक्ति के बाद हम लोगों उम्मीद करते हैं कि वे ज्यादा रचनाशील होंगे। इस अवसर पर हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. सुधा ने कहा कि डॉ. वीरेंद्र कुमार सिंह ने हिंदी विभाग में एक कर्मठ एवं लगनशील शिक्षक के रूप में अपनी सेवा दी है। उनकी रचना शीलता ने सबों को प्रभावित किया है। सेवाकाल में उनकी कई किताबें और दर्जनों लेख भी प्रकाशित हुए जिससे छात्रों एवं शिक्षकों को लाभ मिलता रहेगा। विदाई समारोह में भोजपुरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.जयकांत सिंह “जय”, मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.एन.एन मिश्रा डॉ.राजीव झा, डॉ.विजय कुमार, डॉ.राजेश्वर कुमार, डॉ.एस.आर चतुर्वेदी, डॉ.त्रिपदा भारती, डॉ.राजीव कुमार, डॉ.दिलीप, डॉ.आलोक कुमार, डॉ.गुंजन, डॉ.प्रदीप ने डॉ.वीरेंद्र कुमार सिंह के सुखमय और खुशहाल जीवन की शुभकामनाएं की।