
रामलला के दर्शन का समय बढ़ाने की माँग की गई है। (फाइल फोटो)
अयोध्या में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए रामलला (रामलला) के दर्शन की समय सीमा बढ़ाने की मांग की गई है। इसके मद्देनजर गृह मंत्रालय और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अमित योगी आदित्यनाथ (योगी आदित्यनाथ) को एक पत्र भी लिखा गया है।
राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद मंदिर निर्माण के लिए रामलला को अस्थाई मन्दिर में विराजमान बना गया है। वहाँ निर्णय आने के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच आया कोरोना के कारण भले ही बड़ी तादात में अयोध्या नहीं पहुंच संभव हो लेकिन अब छूट मिलने के बाद प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग दर्शन करने अयोध्या पहुंचते हैं। लेकिन समय की उपलब्धता कम होने के कारण सभी दर्शनार्थी रामलला के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं। इसको देखते हुए रामादल ट्रस्ट ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व भारत सरकार से श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए समय अवधि बढ़ाए जाने की मांग की है। इसके लिए रामादल ट्रस्ट के अध्यक्ष कल्कि राम ने पत्र के माध्यम से दर्शन अवधि के प्रथम बेला 7:00 से 12:00 और शाम को 2:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक करने की मांग की है।
ये भी पढ़ें: हिमाचल सरकार का बड़ा फैसला: सरकारी कर्मचारी 5 दिन आएंगे दफ्तर, शनिवार को करेंगे वर्क फ्राम होम
राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष ने कही ये बातराम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष कल्कि राम ने बताया कि अभी तक श्री राम जन्म भूमि का मामला कोर्ट में विचाराधीन था। प्रशासन के हस्तक्षेप में दर्शन अवधि की बंदिशें थी। रामलला के पक्ष में फैसला हो चुका है और मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन हो चुका है। अब किसी भी तरीके की कोई बंदिश नहीं है। रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन दर्शन अवधि पुरानी ही अभी तक लागू है। ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय से पत्र लिखकर यह मांग की गई है कि सुबह 7:00 बजे से 12:00 बजे और दूसरा बेला में दोपहर 2:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक रामलला के दर्शन की अवधि बढ़ाई जाएगी। पत्र की प्रतिलिपि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, जिला अधिकारी अयोध्या श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष और महामंत्री को भेजी गई है।