ध्रुव कुमार सिंह, मुज़फ्फरपुर, बिहार,
शिक्षाविद, पत्रकार और लेखक थे– इसराइल मंसूरी, सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री
भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्मदिवस पर मुजफ्फरपुर में सिकन्दरपुर स्थित अल्पसंख्यक बालक छात्रावास में मनाया गया ”राष्ट्रीय शिक्षा दिवस। बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा विशेष रूप से दिये गये निर्देश के आलोक में अल्पसंख्यक बालक छात्रावास में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया गया। राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि सह बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री इसराईल मसूरी के द्वारा मौलाना अबुल कलाम के जीवन से छात्रों को प्रेरणा लेने एवं तरक्की में शिक्षा के महत्व को बखूबी समझाया गया। उन्होंने कहा की मौलाना आजाद एक महान स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद, पत्रकार और लेखक थे. सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा की तालीम से जिन्दगीं को संवारा जा सकता है। इस अवसर पर राज्य मदरसा बोर्ड के सदस्य सह वरिष्ठ जदयू नेता डॉ.शब्बीर अहमद ने कहा की प्रत्येक वर्ष 11 नवंबर को भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (National Education Day) मनाया जाता है. इस दिन का मकसद शिक्षा के महत्व के बारे में जन-जागरूकता फैलाना है. ये दिवस भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती के मौके पर मनाया जाता है. मौलाना आजाद ने देश की शिक्षा प्रणाली को आधुनिक बनाने और इसे सभी के लिए सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.इस अवसर पर निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। प्रतियोगिता में सफल अभ्यार्थियों को मुख्य अतिथि के द्वारा सम्मानित किया गया। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मो.मंजर अली, द्वितीय स्थान मो.दिलशाद एवं तृतीय सलाउद्दीन अंसारी रहे। वहीं भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मो.साहिल, द्वितीय स्थान मो.आरिफ और तृतीय स्थान हैदर परवाज ने प्राप्त किया.