
उन्होंने कहा, ” सबसे पहले उन्होंने दिल्ली में प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे, फिर ठंड में पानी की सोवियत की और लाठीचार्ज किया। (सांकेतिक फोटो)
मुजफ्फरनगर के सोलन में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के विरोध के बाद गरमाई सियासत। रालोद नेता अजीत सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा समर्थक तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध को बलपूर्वक दबाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने उसके बाद किसानों का रास्ता रोकने के लिए बैरिकेड भी लगवा दिया। यहां तक कि किसान समुदाय का अपमान करने के लिए प्रदर्शनकारियों को खालिस्तानी और आतंकवादी तक ने कहा। रालोद नेता ने आरोप लगाया कि दिल्ली में जारी किसान आंदोलन के दौरान 200 से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं लेकिन सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। वह किसान समुदाय का केवल अपमान कर रहा है।
वहीं, कल खबर सामने आई थी कि मुजफ्फरनगर जिले के सोरम गांव में भाजपा और रालोद समर्थकों के बीच हुई झड़प के एक दिन बाद मंगलवार को केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने इसके लिए रालोद पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह घटना विपक्षी दल की पूर्वनियोजित साधनों की थी। उनका आरोप है कि एक मस्जिद से किए गए ऐलान के जरिए उन्हें उकसाया गया। इसके बाद झड़प में कुछ लोग घायल हो गए।दोषियों पर कार्रवाई की मांग
सोरम गांव में सोमवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान का कुछ लोगों ने विरोध किया था। जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ता और विरोध कर रहे लोग आपस में भिड़ गए थे। इस घटना में तीन चार लोग घायल हुए थे। स्थानीय सांसद बालियान ने पीटीआई-भाषा को बताया कि उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से मामले की जांच करने का अनुरोध किया है। इधर राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) प्रमुख अजीत सिंह भी मंगलवार को घटना में घायल हुए लोगों को देखने पहुंचे। घटना के बाद यहां राजनीति गर्म हो गई है। अजीत सिंह ने भी इस घटना की निंदा करते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।