Monday, October 2, 2023
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मुख्यमंत्री जनपद गोरखपुर में सम्पर्क स्मार्टशाला-स्मार्ट ब्लॉक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए

राज्य सरकार शिक्षा को आधुनिक और तकनीकी युक्त बनाने के लिए पूरा प्रयास कर रही, सी0एस0आर0 के माध्यम से निजी क्षेत्र के साथ मिलकर इस मुहिम को आगे बढ़ायेंगे : मुख्यमंत्रीमुख्यमंत्री   गोरखपुर में
 
हमें बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ानी होगी, तभी निपुण भारत के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता
 
प्रदेश सरकार ने ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से परिषदीय विद्यालयों की आधारभूत संरचना को सुदृढ़ किया
 
01 लाख 65 हजार योग्य शिक्षकों की भर्ती पारदर्शी तरीके से की गई
 
ड्रेस, जूते, स्वेटर, बैग की निःशुल्क वितरण की व्यवस्था, अब डी0बी0टी0 के माध्यम से भुगतान सीधे अभिभावकों के बैंक खाते में किया जा रहा
 
डिजिटल इण्डिया के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा को आगे बढा़या गया
 
ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के माध्यम से सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों द्वारा शिक्षण वहां भी सम्भव, जहां शिक्षकों की कमी, इसे एक पहल के रूप में आगे बढ़ाना होगा
 
बेहतर शिक्षा के लिये एक दक्ष शिक्षक की आवश्यकता, शिक्षकों को अत्याधुनिक शिक्षा प्रणाली के लिए प्रशिक्षण देना अनिवार्य, जिससे वे तकनीक का उपयोग शिक्षण कार्य में कर सकें

 

लखनऊ : 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा कि बच्चे देश और समाज की नींव होते हैं, इसलिए इन्हें मजबूत बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 एक अवसर प्रदान करती है। शिक्षा को आधुनिक और तकनीकी युक्त बनाने के लिए राज्य सरकार पूरा प्रयास कर रही है। यदि आवश्यकता पड़ी तो सी0एस0आर0 के माध्यम से निजी क्षेत्र के साथ मिलकर भी इस मुहिम को आगे बढ़ायेंगे।
मुख्यमंत्री  आज बाबा योगीराज गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह, गोरखपुर में बेसिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश एवं सम्पर्क फाउण्डेशन की पहल ‘सम्पर्क स्मार्टशाला-स्मार्ट ब्लॉक कार्यक्रम’ में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज एक अभिनव कार्यक्रम का शुभारम्भ हो रहा है। प्रदेश सरकार ‘स्मार्ट स्कूल-स्मार्ट ब्लॉक’ कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ा रही है।
मुख्यमंत्री   ने कहा कि इस सदी की सबसे बड़ी महामारी ने मार्च, 2020 से गत वर्ष तक समाज के प्रत्येक तबके को प्रभावित किया। उस समय सभी व्यवस्थायें पूरी तरह से ठप हो चुकी थीं। पूरी दुनिया इस महामारी के दंश को झेल रही थी। इसमें सर्वाधिक प्रभावित स्कूली शिक्षा हुई थी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में उस समय भी शिक्षा को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए अनेक पहल प्रारम्भ की गयीं। इसमें ‘डिजिटल इण्डिया’ कार्यक्रम के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा को आगे बढ़ाया गया, जिससे शिक्षण कार्य प्रभावित नहीं हुआ। जिस डिजिटल इण्डिया की संकल्पना को लोग असम्भव बताते थे, आज उसी क्षेत्र में भारत विश्व का नेतृत्व कर रहा है।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि सम्पर्क फाउण्डेशन ने बेसिक शिक्षा परिषद के माध्यम से जनपद गोरखपुर के नगर क्षेत्र तथा विकास खण्ड चरगांवा के प्राथमिक विद्यालयों में इस पायलेट प्रोजेक्ट का आज शुभारम्भ किया है। लाखों बच्चों तक आज तकनीक या विभिन्न प्रकार के अन्य रचनात्मक कार्यक्रमों के माध्यम से लर्निंग आउटकम्स के रिजल्ट हम सबको देखने को मिल रहे हैं। कहानियां, कथाओं, खेलों एवं अन्य रचनात्मक क्रियाओं के माध्यम से प्रदत्त शिक्षा बच्चों में सीखने की रुचि को बढ़ाती है। परम्परागत शिक्षा प्रणाली बच्चों में शिक्षा के प्रति अधिक रुचि पैदा नहीं करती थी। परन्तु आज जहां भी रचनात्मक क्रियाओं एवं तकनीक के माध्यम से शिक्षा दी जा रही है, वहां बच्चों में एक नई स्फूर्ति एवं प्रेरणा देखने को मिल रही है। हमें बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ानी होगी तभी निपुण भारत के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा की उन्नति तभी हो सकती है, जब बच्चों को एक स्वच्छ, स्वस्थ वातावरण उपलब्ध होगा। प्रदेश सरकार ने ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के माध्यम से परिषदीय विद्यालयों की आधारभूत संरचना को सुदृढ़ किया। ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के माध्यम से बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अच्छी फ्लोरिंग, टॉयलेट, पेयजल की सुविधा, डिजिटल लाइब्रेरी व स्मार्ट क्लास की उपलब्धता सुनिश्चित की है। पहले जहां प्राथमिक विद्यालयों में 01 करोड़ 34 लाख विद्यार्थी नामांकित थे, वहीं प्रदेश सरकार के प्रयासों से आज विद्यार्थियों की यह संख्या बढ़कर 01 करोड़ 91 लाख पहुंच गई है।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि समाज और राष्ट्र की नींव प्राथमिक शिक्षा को कैसे सर्वसुलभ, अत्याधुनिक, तकनीक युक्त बनायें हमारे सामने यह चुनौती थी। प्रदेश सरकार ने इन सभी मानदण्डों को पूर्ण करते हुए प्राथमिक शिक्षा को एक नई दिशा प्रदान की है। इसी क्रम में 01 लाख 65 हजार योग्य शिक्षकों की भर्ती पारदर्शी तरीके से की गई। ड्रेस, जूते, स्वेटर, बैग की निःशुल्क वितरण की पूर्व क्रय प्रणाली में अनेक शिकायतों के कारण अब प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डी0बी0टी0) के माध्यम से इसका भुगतान सीधे अभिभावकों के बैंक खाते में किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री   गोरखपुर में  मुख्यमंत्री  ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के माध्यम से सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों द्वारा शिक्षण वहां भी सम्भव है, जहां शिक्षकों की कमी है। इसे एक पहल के रूप में आगे बढ़ाना होगा। बेहतर शिक्षा के लिये एक दक्ष शिक्षक की आवश्यकता होती है, इसलिए शिक्षकों को अत्याधुनिक शिक्षा प्रणाली के लिए प्रशिक्षण देना अनिवार्य है, जिससे वे तकनीक का उपयोग शिक्षण कार्य में कर सकें।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री   ने प्राथमिक शिक्षा में तकनीक के उपयोग व रचनात्मक शिक्षा प्रणाली हेतु फाउण्डेशन द्वारा तैयार की गयी किट 05 शिक्षकों को प्रदान की। मुख्यमंत्री जी ने संस्था द्वारा प्रकाशित एक पुस्तिका का विमोचन भी किया।
अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा श्री दीपक कुमार सिंह ने बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा प्राथमिक शिक्षा में लर्निंग आउटकम में वृद्धि, सुदृढ़ आधाभूत संरचना, निपुण भारत के लक्ष्य की प्राप्ति आदि के लिए किये जा रहे प्रयासो की विस्तार पूर्वक जानकारी दी। कार्यक्रम को सांसद श्री रवि किशन शुक्ला व संस्था के अध्यक्ष श्री विनीत नायर ने भी शिक्षकों व विद्यार्थियों को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकरी उपस्थित थे।

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