मंदिर के पुजारी ने संस्था को बताया फर्जी
पुजारी दिनेश कुमार ने पूरे मामले में न्याय की गुहार लगाई है। यहीं नहीं मंदिर के पुजारी का आरोप है कि मंदिर में वर्षों से सफाई और आरती सेवा करने वाले दलित सेवादारों को मंदिर में आने से रोका जा रहा है। दलित सेवादारों के मंदिर के गर्भगृह में जाने पर दबंगों ने रोक तक लगा दी है, जिसके चलते सेवादार भी काफी हताश हैं। आरोप है कि मंदिर के गर्भगृह में दलित सेवादारों को काम करने से मना किया गया है। मंदिर के पुजारी ने एसडीएम को दिए प्रार्थना पत्र में हो रहे उत्पीड़न, अवैध कब्जे को रोके जाने की मांग की है।
दबंगों ने गाली देकर मंदिर से भगा दिया
मंदिर में काम करने वाला दलित सेवादार मोहनलाल ने बताया कि वह वर्षों से मंदिर में साफ-सफाई और सेवा कर रहा है, लेकिन कुछ दबंग उसे गाली देकर वहां से भगा रहे हैं और मारने की धमकियां दलित सेवादारों को मिल रही हैं। उसका आरोप है कि छोटी जाति का होने के चलते उनके साथ ऐसा किया जा रहा है, जबकि हम मंदिर में रहकर सेवा का काम करते चले आ रहे हैं और पूजा करने से भी अब रोका जा रहा है।
एसडीएम बोले जांच के बाद आगे की कार्रवाई
पूरे मामले को लेकर एसडीएम सदर जितेंद्र कुमार ने बताया कि छोटी मां चंद्रिका मंदिर के पुजारी ने शिकायत की है। एक कमेटी बनाकर कुछ तथाकथित मंदिर पर कब्जा करना चाहते हैं। इसकी जांच नायब तहसीलदार को सौंप दी गई है। इसमें अभिलेख और कमेटी की सत्यता की जांच की जाएगी। एसडीएम ने कहा कि मंदिर में जाने से किसी को नहीं रोका जा रहा, सिर्फ सेवादारों के साथ गाली-गलौज और धमकी का मामला सामने आया है। उसकी भी जांच कराई जा रही है। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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