
बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
बाहुबली विधायक विजय मिश्रा की एमएलसी पत्नी और सास के नाम पर बने अवैध भवन को प्रशासन ने जमींदोज किया। आवासीय भवन के नाम पर कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाने के आरोप में हुई कार्रवाई।
दरअसल, विजय मिश्रा पर आरोप है कि राहिडेंशियल दो मंजिला इसका नक्शा पीडीएफए से पास कर दिया गया था। बेमेंट को मिलाकर चार मंजिली अवैध इमारत खड़ी कर दी गई थी। यूपी में अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ जब कार्रवाई शुरू हुई तो अक्टूबर 2020 में इस कॉम्प्लेक्स को भी गिराने के लिए प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने कार्रवाई शुरू की। उस समय विजय मिश्रा के परिजन कमिश्नर कोर्ट चले गए। कमिश्नर कोर्ट से अर्जी खारिज होने के बाद विजय मिश्रा के परिजनों ने हाईकोर्ट की शरण ली और कॉम्प्लेक्स को बचाने की गुहार लगाई।
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लेकिन कोर्ट ने अवैध निर्माण पर विजय मिश्रा को कोई राहत नहीं दी। इसके बाद विजय मिश्रा के परिजनों की ओर से हाईकोर्ट में अंडरटेकिंग दी गई कि छह सप्ताह में अवैध निर्माण खुद को ध्वस्त कर देंगे। विजय मिश्रा ने ठेकेदार शंभुनाथ गुप्ता को अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण का ठेका भी दिया था। दिसंबर 2020 में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई भी शुरू हुई थी। लेकिन कोर्ट से मिली मोहलत खत्म होने के बाद भी कॉम्प्लेक्स का अवैध निर्माण नहीं रोका जा सका है। इसके बाद पीडीए के जोनल अधिकारी आलोक पांडेय के नेतृत्व में पहुंची टीमें सरकारी जेसीबी मशीनों से पूरी इमारत को ध्वस्त कर दियापडीए के जोनल अधिकारी आलोक पाण्डेय के मुताबिक, इस इमारत का कामर्शियल इस्तेमाल किया जा रहा था, जबकि इस का नक्शा दोमंजिला रायिडेंशियल के पास था। था। इसलिए पूरी तरह से अवैध अवैध है और पूरी तैयारी का ध्वस्तीकरण कर जमींदोज कर दिया गया है।