ध्रुव कुमार सिंह, मुज़फ्फरपुर, बिहार,
ओबीसी और इबीसी के लिए छलावा है जातीय सर्वे, ‘पलटूराम’ ने प्रधानमंत्री बनने के लिए जनादेश के साथ किया खिलवाड़ – अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुजफ्फरपुर में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए साफ कर दिया कि अब बीजेपी-जेडीयू की दोस्ती नहीं होगी। श्री शाह लालू यादव से ज्यादा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आक्रमण करते दिखे। अपने भाषण में उन्होंने नीतीश को कई बार पलटूराम कहकर संबोधित किया। केंद्रीय गृह मंत्री ने बिहार की जनता को छठ महापर्व की शुभकामना देते हुए कहा की छठ मईया से प्रार्थना करता हूं कि आने वाले वक्त में बिहार जंगलराज और पलटूराम से मुक्त हो. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता से हम कहते हैं कि वह 2024 में बिहार की 40 सीटों पर भाजपा को जिताएं. बिहार के मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि नीतीश को इंडिया गठबंधन का संयोजक नहीं बनाया गया है. वह अब निकलना चाहते हैं, लेकिन उन्हें अब रास्ता नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा किआपने लालू यादव के जंगलराज से बचने के लिए भाजपा को वोट दिया था. लेकिन पलटूराम ने पलटी मारकर जनादेश को तोड़ दिया. पलटूराम ने प्रधानमंत्री बनने के लिए जनादेश का अपमान किया. श्री शाह ने कहा कि मैं पलटू बाबू को कहने आया हूं कि प्रधानमंत्री ने पिछले 9 साल में देश से आतंकवाद को समाप्त करने का काम किया है. राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल यूनाइटेड जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के पक्ष में नहीं थे. ये दोनों कहते थे कि धारा 370 हटेगी, तो खून की नदियां बहेंगी. लेकिन किसी ने कंकड़ फेंकने का भी हिम्मत नहीं की है. आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म किया जा रहा है. केन्द्रीय गृह मंत्री ने विपक्ष के ‘इंडिया गठबंधन’ की चर्चा करते हुए कहा की उनका एक ही एजेंडा है और वह है मोदी का विरोध करना. भ्रष्टाचार का विरोध करने वाले नीतीश कुमार आज इन लोगों के साथ बैठकर सत्ता का सुख भोग रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये परिवार की दुकान चलाने वाले लोग हैं. एक को प्रधानमंत्री बनना है और दूसरे को अपने बेटे को सीएम बनाना है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार इस गठबंधन से बाहर आना चाहते हैं, लेकिन उनके पास रास्ता नहीं बचा है. बिहार में हुए जातीय सर्वे को लेकर उन्होंने कहा कि राज्य की पिछड़ी आबादी को उनके झांसे में नहीं आना चाहिए. जातिगत सर्वे का फैसला तब हुआ था, जब भाजपा के साथ जनता दल यूनाइटेड गठबंधन सरकार चला रही थी. सर्वे में यादव और मुस्लिमों की आबादी को बढ़ाकर बताया गया है, जबकि अति पिछड़ा और पिछड़ों के साथ अन्याय करने का काम लालू-नीतीश की जोड़ी ने किया है. इन लोगों ने हमेशा पिछड़ा आबादी के साथ अपमान किया है. केंद्रीय गृह मंत्री ने नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने का आह्वान किया। अमित शाह ने अयोध्या का जिक्र करते हुए कहा कि लालू यादव, नीतीश कुमार और कांग्रेस सभी राम जन्म भूमि को लटकाते रहे। मोदी जी ने भूमि पूजन किया और राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा है। मुजफ्फरपुर वालों आप भी शामिल होइए। अमित शाह ने कहा कि हमारी सरकार ने बिहार को नौ साल में मोदी जी ने छह लाख करोड़ रुपये विकास के लिए दिए। बिहार में दो वंदे भारत ट्रेन। गया के हवाई अड्डे का आधुनिकीकरण करने का काम किया है। अमित शाह ने कहा कि नीतीश जी शर्म करो! जिस लालू की खिलाफत कर राजनीति की और जीत दर्ज की आज उसी के साथ गलबहियां कर रहे हैं। तेल और पानी एक साथ नहीं रहते। नीतीश जी आगे आगे देखिए लालू जी आपके साथ क्या करते हैं। अब इनके पास कोई रास्ता नहीं बचा है। अमित शाह ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में चंद्रमा पर तिरंगा फहराने का काम किया। महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देकर महिला सशक्तिकरण का परिचय दिया। केन्द्रीय गृह मंत्री ने भारत माता की जय के साथ अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री बनाना है तो दोनों हाथ उठाकर प्रचंड आवाज से बोलिए भारत माता की जय। सभा को संबोधित करने वालों में मुख्य रूप से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, नेता प्रतिपक्ष, विजय सिन्हा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ.संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा, मुजफ्फरपुर सांसद अजय निषाद, शिवहर सांसद रमा देवी, पूर्व मंत्री सुरेश कुमार शर्मा, पूर्व मंत्री अजित कुमार, जिलाध्यक्ष रंजन कुमार शामिल थें.