ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार,
दुर्गा पूजा विजयादशमी (दशहरा पर्व) 15 अक्टूबर को मनाया जाएगा। कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए इस वर्ष मुजफ्फरपुर जिले के प्रमुख स्थानों पर विभिन्न पूजा समितियों द्वारा मूर्ति एवं पंडाल की व्यवस्था की गई है। 15 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक मूर्ति विसर्जन विभिन्न नदियों के घाटों एवं तालाबों में किया जाना है। मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम के दौरान नाव पर क्षमता से अधिक व्यक्तियों के बैठने से नाव के अनियंत्रित हो जाने पर किसी भी अप्रिय दुर्घटना (डूबने व नाव दुर्घटना) के घटित होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।इस संबंध में सुरक्षात्मक पहलुओं के दृष्टिगत मुजफ्फरपुर जिले के सभी अंचल अधिकारी को जिलाधिकारी प्रणव कुमार के द्वारा निर्देशित किया गया है कि उक्त तिथियों को जिन घाटों पर मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम प्रस्तावित है वहां पर प्रशिक्षित स्थानीय गोताखोर एवं देसी नावों की नाविक सहित प्रतिनियुक्ति की जाए तथा लाउडस्पीकर से सुरक्षात्मक वह भीड़ प्रबंधन हेतु आवश्यक सूचनाओं/संदेशों की घोषणा की जाए। जिलाधिकारी श्री कुमार ने टीम कमांडर एनडीआरएफ को आदेश दिया है कि उक्त अवधि में दो मोटर बोट के साथ एक टीम के प्रतिनियुक्ति करते हुए अंचल मुशहरी के अखाड़ाघाट, आश्रम घाट एवं अन्य निकटवर्ती क्षेत्रों में पेट्रोलिंग/गश्त करना सुनिश्चित करेंगे। उक्त अवधि में दो मोटर बोर्ड के साथ एक टीम की प्रतिनियुक्ति करते हुए अंचल कांटी के संगम घाट,दादर घाट एवं अन्य निकटवर्ती क्षेत्रों में लगातार पेट्रोलिंग करते रहने का निर्देश एसडीआरएफ के टीम कमांडर को दिया गया है। जिला जनसम्पर्क अधिकारी कमल सिंह ने बताया की इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी और पश्चिमी अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत विधि व्यवस्था के संपूर्ण प्रभार में रहेंगे तथा संबंधित अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यक पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति घाटों पर करना सुनिश्चित करेंगे।