एनएसआई और आईआईटी में तेंदुआ ने एक बार फिर से दस्तक दे दी है। आईआईटी में पहली बार तेंदुआ 25 अक्टूबर को देखा गया था। इसके बाद एनएसआई और अर्मापुर के स्माल आर्म फैक्ट्री में देखा गया था। एक बार फिर तेंदुआ की चहलकदमी को देखते हुए संस्थान ने हॉस्टल में रहने वाले छात्रों और प्रोफेसरों से हॉस्टल में रहने की अपील की है। इसके साथ ही छात्रों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
आईआईटी कानपुर में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने गुरुवार देररात तेंदुआ को आते हुए देखा था। इसके बाद तेंदुआ आधी रात के बाद जीटी रोड से होते हुए एनएसआई के जंगलों से होते हुए गर्ल्स हॉस्टल पहुंचा था। वन विभाग की टीमें एक बार फिर से पिंजरा और ट्रैप कैमरे लगाए हैं। चिड़ियाघर के वन्य जीव चिकित्सक ट्रैंकुलाइजर गन लेकर तेंदुए की तलाश कर रहे हैं।
वन विभाग की टीमें बीते 20 दिनों से आईआईटी, एनएसआई और मंधना के जंगलों में तेंदुआ की तलाश कर रहीं थीं। आईआईटी और एनएसआई में लगाए कैमरों में देखा गया था कि तेंदुआ पिंजरे के आसपास घूमकर लौट जाता था। इसके साथ वन विभाग द्वारा लगाए गए जाल को छलांग लगाकर फांद कर भाग जाता था। तेंदुए की हरकतें इस तरह की हैं, जैसे ट्रेनिंग दी गई हो।
रिपोर्ट- सुमित शर्मा
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