ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार,
लंगट सिंह महाविद्यालय ब्रिटिश वास्तुकला का जीवंत नमूना है। यह महाविद्यालय ब्रिटेन के बैलियोज कॉलेज की प्रतिकृति है।एलएस कॉलेज को स्मार्ट सिटी में शामिल करने की घोषणा पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.ओमप्रकाश राय ने हर्ष व्यक्त किया है। प्राचार्य डॉ. राय ने सरकार की तरफ से इस आशय की घोषणा होने पर हर्ष व्यक्त करते हुए सभी प्रशासनिक अधिकारियों एवं राज्य सरकार को महा विद्यालय परिवार की तरफ से धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने इस कार्य के लिए पूर्व एवं वर्तमान जनप्रतिनिधि, सांसद एवं विधायक, मेयर एवं उप मेयर, शिक्षक एवं छात्र प्रतिनिधि, तमाम राजनीतिक एवं सामाजिक संगठन के प्रति आभार जताया है। प्राचार्य ने विश्वास जताया कि कुलपति डॉ.हनुमान पाण्डेय के कुशल और अनुभवी निर्देशन में विश्वविद्यालय एवं लंगट सिंह महाविद्यालय उत्तरोत्तर विकास पथ पर अग्रसर रहेगा। वहीँ लंगट सिंह महाविद्यालय को स्मार्ट सिटी में शामिल करने की घोषणा पर प्राचार्य को शिक्षक संघ एवं छात्र संगठनों ने हार्दिक बधाई दी।ज्ञात हो कि 120 वर्ष पहले स्थापित लंगट सिंह महाविद्यालय की पुरातात्विक महत्ता एवं ऐतिहासिकता को देखते हुए यूजीसी द्वारा स्पेशल हेरिटेज स्टेटस प्रदान किया गया है। ऐतिहासिक गांधी कूप का महत्व सर्वज्ञात है। देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद, आचार्य कृपलानी एवं राष्ट्रकवि दिनकर की कर्मभूमि यह महाविद्यालय रही है। इन्हीं कारणों से लंगट सिंह कॉलेज को स्मार्ट सिटी में शामिल करने का निर्णय सरकार ने लिया है। महाविद्यालय के शिक्षक डॉ.ललित किशोर नें बताया की स्मार्ट सिटी में शामिल होने के बाद महाविद्यालय के विकास के लिए सरकार की तरफ से महाविद्यालय के मुख्य भवन, विज्ञान भवन एवं कला भवन के मूल स्वरूप का संरक्षण एवं नवीनीकरण किया जाएगा।जल निकासी ,पेयजल, एवं पैदल पथ का निर्माण होगा,परिसर स्थित 100 वर्ष पुराने तारामंडल का आधुनिकीकरण एवं सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इसके साथ ही रोशनी की व्यवस्था, रोड का निर्माण एवं 20 बड़े पार्कों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा और पुस्तकालय एवं प्रयोगशालाओं को आधुनिकीकरण कर राष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा।