सुनील साकेत, आगरा: बाइक फिसलने से एक 28 वर्षीय युवा चिकित्सक की जान चली गई। हेलमेट पहने होने के बाद भी डॉक्टर की जान नहीं बच सकी। उन्होंने हेलमेट की बेल्ट ठीक तरह से नहीं लगाई थी। यही कारण था कि गिरते ही उनका हेलमेट क्षतिग्रस्त हो गया, जबकि हेलमेट आईएसआई मार्का का था। हादसा सीसीटीवी में कैद हो गया है। लोग चालान से बचने के लिए हेलमेट का उपयोग करते हैं, जबकि हेलमेट खुद की सुरक्षा के लिए पहना जाता है।
हादसा शुक्रवार सुबह करीब 10:30 बजे हुआ था। डॉक्टर विकास कुमार अपने अस्पताल से घर के लिए आ रहे थे, तभी थाना हरिपर्वत सिविल लाइन रोड पर एसबीआई बैंक के एटीएम के पास एक कूड़ा गाड़ी खड़ी थी। डॉक्टर ने अपनी बाइक की ब्रेक लगाई। इतने में बाइक फिसल गई और गिर पड़े। उनके पीछे आ रही बाइक अनियंत्रित हो गई। दोनों बाइक सवार डॉक्टर के ऊपर गिर पड़े। बाइक का पहिया डॉक्टर के सिर से टकरा गया और हेलमेट गिरकर टूट गया। सामने से एक एक्टिवा सवार पिता-पुत्री भी डॉक्टर की बाइक से टकराकर गिर पड़े। घायल अवस्था में डॉक्टर विकास कुमार को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही डॉक्टर की मौत हो गई।
आईएसआई मार्का था हेलमेट
28 वर्षीय डॉ. विकास कुमार मूलरूप से मैनपुरी के रहने वाले थे। आगरा में संजय प्लेस स्थित जीजी नर्सिंग होम में कार्यरत थे। खंदारी में कमरा लेकर वह किराये पर रहते थे। विकास कुमार अपनी बाइक पर सवार होकर कमरे पर जा रहे थे। उन्होंने आईएसआई मार्का का हेलमेट पहना हुआ था, जोकि डॉक्टर के गिरते ही बाइक के पहिए से टूट गया।
हेलमेट की बेल्ट लगाना जरूरी
युवा डॉक्टर की मौत पर शोक की लहर है। थाना प्रभारी हरिपर्वत अरविंद कुमार का कहना है कि इस हादसे से चिकित्सक को कई गहरी चोटें लग गई थीं। उनकी मौत से वे भी द्रवित हैं। विधायक डॉ. जीएस धर्मेश का कहना है कि चालान से बचने के लिए आम लोग सस्ता हेलमेट पहन लेते हैं, जबकि हेलमेट लोगों की सुरक्षा के लिए होता है। सुरक्षित यात्रा के लिए हेलमेट उच्च क्वालिटी का पहनना चाहिए और उसकी बेल्ट भी लगाकर रखना चाहिए।