
नोएडा में वेस्ट टू वंडर पार्क बनाने की तैयारी चल रही है।
जल्द ही टूवे वंडर पार्क (वेस्ट टू वंडर पार्क) आम जनता (पब्लिक) के लिए खोल दिया जाएगा। इसके बाद वीकेंड में आप अपने बच्चों के साथ इस पार्क में धमा-चौकड़ी मचा सकते हैं।
गौरतलब रहे बच्चों के साथ पार्क का मजा देने के लिए नोएडा अथॉरिटी दो से तीन वेस्ट टू वंडर पार्क तैयार कर रहा है। वेस्ट टु वंडर पार्क कबाड़ में पहुंच सामान से बनाए जा रहे हैं। घर, कार्यालय और फैक्ट्रियों से निकले कबाड़ से ही ताजमहल, कुतुबमीनार, सांची का स्तूप और बनारस के घाट बनाए जा रहे हैं। खास बात यह है कि पार्क में ओपन जिम भी बनाया जा रहा है। यह पार्क ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के किनारे बनाए जा रहे हैं।
पहले कबाड़ से यह दो गेट बनवा चुके है नोएडा अथॉरिटी
जानकारों की मानें तो नोएडा अथॉरिटी पहले भी शहर से निकलने वाले कबाड़ से कई आकृतियां बनवा चुकी है। इन चमक बॉर्डर और मॉडल टाउन दौर चक्कर पर प्लॉस्टिक वेस्ट से बनवाया गया नोएडा का वेलकम पॉइंट और चरखा भी शामिल हैं। अथॉरिटी का मकसद है कि इस तरह के पार्क बनवाने से शहर से निकलने वाले कचरे में कमी आएगी। वेस्ट टु वंडर पार्क में भी अथॉरिटी इसको लेकर जागरुकता अभियान चलाएगी। पार्क को सजाने के लिए भी घास के साथ वेस्ट का ही उपयोग किया जाएगा।ग्रेटर नोएडा से महज 15 घंटे में देश के किसी भी हिस्से में पहुंचेंगे सामान, जानिए कैसे
अथॉरिटी पहले भी बनवा चुकी है यह पार्क
नोएडा अथॉरिटी ने शहर में पहले भी अलग-अलग थीम पर पार्क बनावाए हैं। इसमें सेक्टर -91 में औषधि पार्क, बायोडायलट पार्क तैयार हो चुके हैं। वहीं सेक्टर -78 में वेदवन को तैयार करने की कवायद भी चल रही है। डॉग पार्क, विकलांग पार्क के प्रस्ताव पर भी काम चल रहा है। सेक्टर -54 में वेटलैंड विकसित करने का काम पहले ही शुरू हो चुका है।
सेक्टर -91 में भी वेटलैंड का काम शुरू होने में थोड़ी सी प्रक्रिया बाकी रह गई है। वेस्ट टू वंडर पार्क का निर्माण पीसीपी मॉडल पर होगा। इसमें प्रदेश की धरोहरों, ऐतिहासिक और पौराणिक स्थलों की आकृतियां वेस्ट से निर्मित होगी। इस तरह का यह यूपी में पहला पार्क होगा।