भय मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्षी, रोजगार,
लोक सभा चुनाव के दौरान जनता को अच्छे दिनों के सपने दिखाये गए, जनता के तो अच्छे दिन आये नहीं और पहले से अधिक भ्रष्टाचार बढ़ा आपके मन की बात लगभग नौ महीने से सुना जा रहा है और जनता के मन की बात सुनने वाला आपके यहॉ कोई नजर आता नहीं इसीलिए तो आप कहते थे दिल्ली के विधानसभा चुनाव में कि जो देष का मूड है वही दिल्ली का है पर दिल्ली की जनता ने आपके रथ को खण्ड-खण्ड कर दिया क्या अब आप इन बिन्दुओं पर फिर से विचार करेंगे।
1. डी.ए.वी.पी. में व्याप्त भ्रष्टाचार समाप्त करवायेंगे क्योकि वहॉ के अधिकारी खुल्लम खुल्ला कहते है कि हमारे मंत्री अरूण जेटली का कहना है कि हमें इस विभाग से बोरे में रूपया चाहिए तभी तो हम हर अखबार की डी.ए.वी.पी. दर देने में व विज्ञापन देने में पैसा लेते हैं।
2. जिस भूमि अधिग्रहण बिल को यूपीए सरकार में भाजपा के समर्थन से किसानों का हित बता करके पास कराया गया था आखिर अडांनी, और अंबानी सहित तमाम कंपनियों को किसानों की भूमि लूटने के लिए आपने बदल दिया।
3. रेल सुधार के नाम पर आम जन का अभी कितना षोषण किया जायेगा उसे टिकट कब कर्न्फम मिलेगा।
4. पूत के पॉव पालने में समझ में आते हैं पर आपका आठ नौ महीने गुजर जाने के बाद समझ में नहीं आया। आप तो केवल वाह वाही में मस्त है। कहॉ भ्रष्टाचार कम हुआ है और किस केन्द्रीय दफतर में बिना घूस के काम हो रहा है। आज तक यह तो नहीं खत्म हो पाया रही बात आपकी तो आपका कार्यालय पत्राचार का प्रतिउत्तर भी नही करता केवल राजनैतिक विरोधियों से आपके स्पोक्स मैन जरूर सवाल जवाब करते है। माननीय प्रधानमंत्री जी र्स्व. श्री लाल बहादुर षास्त्री जी भी इस देष के प्रधानमंत्री थे। एक ही फटे वस्त्र में जीवन यापन करते थे आपको तो डेªस ही बदलने से फुरसत नहीं है। हलॉकि आप की पार्टी ने यूपीए सरकार के पूर्व गृह मंत्री षिवराज पाटिल के ड्रेस बदलने पर ही मुद्दा बना लिया था। मगर आप की तफर कोई उंगली उठाये तो आपके लोग उसकी उंगली काट लेंगे। मैं आपसे पुनः निवदेन कर रहा हॅू कि मेरे द्वारा उठाये गये सवालों का जवाब भले ही न दें परन्तु उस पर कार्यवाई अवष्य करवाये।